कांग्रेस ने खुशबू पर लगाया वैचारिक प्रतिबद्धता की कमी का आरोप, कहा- पार्टी छोड़ने से नहीं होगा तमिलनाडु में कोई असर

बेंगलुरू। अभिनेत्री खुशबू सुंदर पर वैचारिक प्रतिबद्धता की कमी का आरोप लगाते हुये कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उनके पार्टी छोड़ने से तमिलनाडु की राजनीति पर रत्ती भर भी असर नहीं पड़ेगा। तमिलनाडु के कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि एक सप्ताह पहले तक वह भारतीय जनता पार्टी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करती आ रही थीं। खुशबू के जे पी नड्डा की अध्यक्षता वाली भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरों के बीच राव ने कहा कि जिस भाजपा की वह आलोचना करती रही हैं, उसी पार्टी में पद की लालसा में शामिल होना इस बात को बल देता है कि खुशबू की कोई वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं है।

राव ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह ऐसा कर रही हैं। तमिलनाडु की राजनीति पर इसका कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है और कांग्रेस प्रदेश में पार्टी का पुनर्गठन कर रही है और चुनाव की तैयारी कर रही है। राव ने दोहराया कि खुशबू के निर्णय का तमिलनाडु में कोई जमीनी असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि चूंकि खुशबू एक अभिनेत्री हैं इसलिये एक दो दिन तक मीडिया इस मुद्दे को उठा सकती है और इसके बाद यह मामला धीरे धीरे शांत हो जायेगा।

कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि इसका रत्ती भर भी असर नहीं होगा, कोई असर नहीं पड़ेगा। राव ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी में खुशबू के शामिल होने से पार्टी को कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि तमिलनाडु में भाजपा विरोधी हवा चल रही है। उन्होंने कहा कि खुशबू केवल राजनीति के लिये नहीं बल्कि कुछ और कारणों से भी भाजपा में जा सकती हैं और इस बारे में वह विस्तृत टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता खुशबू ने सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कुछ नेताओं पर तनाशाही करने एवं खुद को दबाये जाने का आरोप लगाया। इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली में कहा कि खुशबू को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से तत्काल प्रभाव से हटाया जाता है। तमिलनाडु की लोक​प्रिय अभिनेत्री खुशबू 2014 में द्रमुक छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गयी थीं।