…इमरान के ट्वीट ने हिन्दी के साथ हिंसा कर दी
भारत और पाकिस्तान का इतिहास एक है। ठीक 73 साल पहले दोनों मुल्क एक साथ आजाद हुए। दोनों देशों की परंपराएं एक जैसी हैं, लोग एक जैसे हैं लेकिन दोनों देशों में आज कितना बड़ा अंतर है। चांद की ओर कदम बढ़ाते भारत और रसातल की ओर जाते पाकिस्तान के झंडे में ही बस चांद का दीदार होता है। किसी भी देश का प्रधान उस देश की पहचान होता है। उसके शासन और वचन से यह तय होता है कि दुनिया में उस देश का कद और पहचान क्या है। पाकिस्तान की पहचान वैसे तो दुनियाभर में आतंक की पनाहगाह के रूप में और उसके कप्तान की पहचान एक बड़बोले नेता के रूप में है। वैसे तो इमरान खान भारत के खिलाफ जहर उगलने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। चाहे कश्मीर मसला हो या नागरिकता कानून हो। लेकिन दिल्ली हिंसा को लेकर इमरान के ट्वीट ने वैश्विक स्तर पर उनकी ही किरकिरी करा दी है। दरअसल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के ऑफिस की ओर से दिल्ली हिंसा को लेकर हिंदी में एक ट्वीट किया। पाक पीएम ऑफिस ने अपने ट्वीट में आतंकवादियों को अनतकवाडियो, आतंक को अतांक, निर्दयी को निर्दई, कट्टरता को कातरता, घुसपैठिए को घुस्बाथिये लिखा। इसके अलावा भी ट्वीट में कई गलतियां की गई थीं। जिसके बाद वह ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आ गए।
कुमार विश्वास ने इमरान को निशाने पर लेते हुए कहा कि ऐसा मुंह में क्या है इमरान खान, जो मुंह से ऐसी हिंदी निकल रही है? वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हीं की ‘हिंदी’ में जवाब देते हुए लिखा, ‘जब आतंकवादी अपनी घुसपैठिया फोर्स का निर्दयी आतंक हिंदी भाषा पर कट्टरता से फैलाते हैं तो ऐसा हो जाता है, खान साहब!’
ऐसा मुँह में क्या है @ImranKhanPTI जो मुँह से ऐसी हिंदी निकल रही है ? 😳😳🙏 https://t.co/xgXfh7wqOn
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 3, 2020
दिल्ली के मुसलमानों पर, भारत सरकार के Police और RSS अनतकवाडियो का निर्दई अतांक, भारत के 200 मिलियन मुसलमानों को कातरता की मार्ग पर ले जा सकती है. जिस तरह कश्मीरी, कातरता की मार्ग पर चल पड़े है जो भारतीय घुस्बाथिये फोर्स के खिलाफ लड़कर
बता दें कि दिल्ली में बीते दिनों नार्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा मामले में अब तक दिल्ली पुलिस ने 334 एफआईआर दर्ज की है और इस मामले में 33 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 44 केस आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं। हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 से ज्यादा हो गई है।