ड्रोन के जरिए आतंक का सामान भेज रहा है पाकिस्तान

चंडीगढ़। सेना की मुस्तैदी के कारण सीमापार से आतंकियों की घुसपैठ करा पाने में नाकाम पाकिस्तान अब ड्रोन के जरिए आतंक का सामान भेज रहा है। सितंबर महीने में ही 7-8 बार ड्रोन के जरिए पंजाब के तरनतारन में हथियार गिराने की कोशिशें की गईं। पंजाब में पाकिस्तान द्वारा ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाइ का मामला सामने के बाद जांच एजेंसियां छानबीन करने में जुटी हैं। इस बीच पुलिस ने बुधवार को तरनतारन में भिखीविंड सड़क पर चभल इलाको में स्थित एक चावल मिल के गोदाम से अधजला ड्रोन बरामद किया। ऐसे में यह समझना अहम है कि यह कितनी बड़ी चुनौती है और हाल के दिनों में यह खतरा कितनी तेजी से बढ़ा है।

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं को लग रहा है कि अब उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो पाएंगे। ऐसे में वे अब ड्रोन से आतंकी वारदात करने की साजिश रच रहे हैं। ड्रोन से हमले का चलन दुनिया में हाल के दिनों में बढ़ा है। ISIS जैसे आतंकी समूह ड्रोन की मदद से ग्रेनेड गिराते रहते हैं। अमेरिका ने भी हाल में कहा था कि यह एक गंभीर चुनौती है और फिलहाल इससे निपटने के लिए वह उतना तैयार नहीं है।

आपको बता दें कि 14 सितंबर को सऊदी अरब की तेल रिफाइनरियों पर हुए बड़े हमलों में भी ड्रोन का इस्तेमाल हुआ था। इस हमले के चलते देश की वैश्विक क्रूड सप्लाइ करीब 50 फीसदी प्रभावित हुई। यही नहीं, अमेरिका, वेनेजुएला, फ्रांस और जापान में भी ड्रोन से हमले हुए या कोशिश की गई। गौर करने वाली बात यह है कि चार रोटर पर काम करने वाले ड्रोन को करीब 2 किमी से ज्यादा दूरी से संचालित किया जा सकता है। ऑनलाइन करीब 80,000 रुपये में मिलने वाला ड्रोन 20 मिनट से भी ज्यादा समय तक उड़ सकता है। ये कॉमर्शल प्लेन या कानून प्रवर्तन चैनलों के लिए भी चुनौती बन सकते हैं।

भारत में पॉलिसी की बात करें तो सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने किसी भी व्यक्ति या कंपनियों के ड्रोन उड़ाने से पहले अनुमति लेने का नियम बनाया है। वह तस्वीरें लेने के लिए हो या फिर दूसरे काम के लिए। कानून के मुताबिक एयरपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय सीमा, नई दिल्ली में विजय चौक, केंद्रीय सचिवालय, राज्यों की राजधानियों और दूसरे सैन्य व सामरिक प्रतिष्ठानों के आसपास ड्रोन उड़ाने की मनाही है। एक पुलिस अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी से मिली सूचना के आधार पर ड्रोन बरामद किया गया। हथियारों की खेप गिराने के बाद जब ड्रोन वापस उड़ नहीं सका तो पंजाब में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के आतंकियों ने इसे जला दिया। अधिकारी ने कहा, ‘आरोपी ने बताया कि ड्रोन (तरनतारन के) भुसे गांव में हथियारों की पहली खेप गिराने के बाद पाकिस्तान नहीं लौट पाया था जिसके बाद उसे जला दिया गया।’ मामले की जांच जारी है, लेकिन यह माना जा रहा है कि इन हथियारों का प्रयोग जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को फैलाने में किया जाना था।

भारतीय सेना के दक्षिणी पश्चिमी कमांड चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आलोक सिंह क्लेयर ने बताया कि सैन्य बल इस तरह के डिवाइसों की पहचान करने में पूरी तरह सक्षम हैं और जो भी ड्रोन पाकिस्तान से भारत की ओर आएगा उसे आर्मी और एयरफोर्स मार गिराएगी। पुलिस ने बताया कि जर्मनी में रहने वाला गुरमीत सिंह बग्गा का भाई गुरदेव सिंह कथित रूप से आतंकी मॉड्यूल का हैंडलर था। उसे जालंधर के पीएपी चौक से गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने रविवार को ही केजेडएफ के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था जिसे पाकिस्तान और जर्मनी में बैठे आकाओं से शह मिल रही थी।

चार केजेडएफ आतंकी-बलवंत सिंह उर्फ निहंग, आकाशदीप, हरभजन सिंह और बलबीरसिंह को तरण-तारण के एक गांव से गिरफ्तार किया गया था। एक अधिकारी ने बताया, ‘आरोपी ने बताया कि ड्रोन द्वारा हथियार गिराए जाने के बाद जब वह वापस पाकिस्तान जाने में फेल हो गया तो उसे जला दिया गया। ड्रोन के क्रैश होने के बाद पाकिस्तान में मौजूद ड्रोन ऑपरेटरों ने आरोपी को उसकी लोकेशन भेजी थी। इसके बाद आरोपी ने वहां पहुंचकर ड्रोन को जब्त करने के बाद जला दिया। फरेंसिक टीम के साथ मिलकर पुलिस ने मंगलवार को इसके कुछ पार्ट्स जब्त किए थे जिसमें ड्रोन का जीपीएस एंटिना शामिल था। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘कुछ पार्ट्स को बाबा बुधा साहिब गुरुद्वारे के नजदीक एक नहर में फेंक दिया गया था जिसे गोताखोरों ने ढूंढ निकाला।’ पंजाब पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस शाखा के एक अधिकारी के अनुसार, आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि जीपीएस युक्त बड़े ड्रोनों का प्रयोग तरनतारन जिले में सीमा पार से हथियार और गोला बारूद गिराने के लिए किया गया।

अधिकारी ने बताया, ‘हथियार और गोला-बारूद गिराने के लिए सात से आठ बार सीमापार से ड्रोन भेजे गए।’ उन्होंने बताया कि हथियारों की खेप इसी महीने भेजी गई थी। एक ड्रोन 10 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। पांच एके-47 राइफल, 19 मैगजीन और 472 गोलियां, चार चीन निर्मित .30 बोर पिस्तौल, आठ मैगजीन और 72 गोलियां, नौ हथगोले, पांच सैटलाइट फोन और उनके सहायक उपकरण, दो मोबाइल फोन, दो वायरलैस सेट और 10 लाख रुपए की नकली मुद्रा जब्त की गई थी।