जम्मू कश्मीर में कोई भी गलत या अनैतिक कार्य इस सरकार के तहत नहीं होगा : राजनाथ
नयी दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल करने एवं विकास को गति देने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि केंद्र चुनाव को तैयार है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रतिबद्ध है। जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 356 लगाये जाने के संबंध में सांविधिक संकल्प पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में कोई भी गलत या अनैतिक कार्य इस सरकार के तहत नहीं होगा।’’
LS Live : Statutory Resolution on the Proclamation issued by the President on the 19th December, 2018 under article 356 of the Constitution of India in relation to the State of Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/cxrns6G6qQ
— Lok Sabha TV (@loksabhatv) December 28, 2018
राज्य में चुनाव कराने के बारे में कुछ सदस्यों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है लेकिन हम चुनाव के लिये पूरी तरह से तैयार हैं। अगर आयोग चुनाव के संबंध में सुरक्षा मांगता है तो हम प्रदान करेंगे। सिंह ने कहा कि केंद्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिये पूरी तरह से तैयार है। जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने का बचाव करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा की मंशा पर सवाल नहीं किया जा सकता। अगर भाजपा को सरकार बनानी होती तो वह छह महीने के समय में कोशिश कर सकती थी, लेकिन हमने नहीं किया। उन्होंने जोर दिया कि हो सकता है कि एक-दो लोगों ने कोई प्रयास किया हो लेकिन हमारी तरफ से, हमारी सरकार की तरफ से कोई प्रयास नहीं हुआ। चूंकि सरकार बनाने को कोई तैयार नहीं था और इस बारे में राज्यपाल की रिपोर्ट थी, ऐसी परिस्थिति में अनुच्छेद 356 का प्रयोग किया गया। राज्यपाल के पास कोई विकल्प नहीं था।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने बार बार अपील की है कि सभी पक्षों से बात करके हम समस्या का समाधान निकालना चाहते हैं। हम दो बार सर्वदलीय शिष्टमंडल लेकर भी गए। उन्होंने कहा कि हम राज्य में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत बनाना चाहते हैं । इसके तहत स्थानीय निकायों को वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार दिया गया है। युवाओं को रोजगार के प्रबंध किये गए हैं और विकास कार्यो पर जोर दिया जा रहा है। अनुच्छेद 356 के प्रयोग के संदर्भ में राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने स्वयं एक बार राज्यपाल से पूछा कि क्या वहां कोई भी सरकार बनाने के लिए तैयार नहीं है? ‘‘मैंने अखबार में पढ़ा था कि नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस तीनों पार्टियां मिलकर सरकार बना सकती हैं। लेकिन सुबह मैंने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद का बयान पढ़ा कि कांग्रेस नहीं बनाना चाहती। इसलिए मेरी धारणा बनी कि वहां कोई भी सरकार नहीं बनाना चाहता। राज्यपाल ने भी कहा कि कोई भी सरकार नहीं बानाना चाहता है।’’ राज्य में भाजपा और पीडीपी के मिलकर सरकार बनाने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आप इसे अस्वाभाविक विवाह कहिए या क्या कुछ भी कहिए। जिसे ‘‘नैचुरल मैरिज’’ कहा जाता है वह भी कब टूट जाए, उसका पता नहीं।