चारा घोटाला : आज होगा लालू पर फैसला
पटना। बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में आज दोपहर तीन बजे बड़ा फैसला आ सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक अगर सीबीआई की विशेष कोर्ट चारा घोटाला मामले में दोषी करार देते हुए लालू यादव को सजा सुनाती है तो उन्हें बिरसा केंद्रीय कारागार में रखा जाएगा।
बता दें कि ये वही बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल है, जो पशुपालन विभाग की जमीन पर बना हुआ है। लालू यादव अभी रेलवे के गेस्ट हाउस में आराम कर रहे हैं, तीन बजे से पहले फिर वे कोर्ट के लिए निकलेंगे।
पहले दिन के फैसले का समय सुबह ग्यारह बजे तय था, लेकिन अब मिल रही जानकारी के मुताबिक अब फैसला दोपहर तीन बजे सुनाया जाएगा। रांची के सीबीआई की स्पेशल कोर्ट आज देवघर कोषागार से अवैध निकासी के मामले में अहम फैसला सुनाने वाली है।
लालू यादव के वकील चितरंजन प्रसाद ने जानकारी दी कि ग्यारह बजे फैसले की बात कही गई थी, लेकिन न्यायाधीश किसी अन्य मामले की सुनवाई में व्यस्त हैं, इसीलिए अब फैसला दोपहर तीन बजे सुनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि फैसले की सुनवाई के लिए लालू गेस्ट हाउस से निकल चुके थे, लेकिन रास्ते में ही उन्हें जानकारी दे दी गई कि अब फैसला तीन बजे के बाद आएगा।
आज सुबह साढ़े दस बजे के बाद जैसे ही लालू यादव रांची स्थित रेलवे के गेस्ट हाउस से कोर्ट के निकले, उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। कोर्ट जाने से पहले लालू ने कहा कि फैसला जो भी आए सभी लोग संयम बरतें, मैं बिहार की जनता का आभारी हूं। उन्होंने कहा कि न्यायालय पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि फैसला जो भी आए हर आदमी लालू यादव बनकर बीजेपी के खिलाफ खड़ा होगा और भाजपा को जड़ से उखाड़ फेंकेगा।
राजद सुप्रीमो लालू यादव पहली बार दिसंबर 2002 में गरीब रथ पर सवार होकर रांची आए थे और उस वक्त बेकन हॉस्टल लालू के लिए कैंप जेल बना था।
लालू प्रसाद 10 मार्च 1990 को पहली बार और 1995 में दूसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने लालू यादव का नाम 1996 में मुख्य रूप से सामने आया। लालू यादव को साल 1997 में पहली बार न्यायिक हिरासत रखे गए और 12 दिसंबर 1997 को रिहा किए गए। इसके बाद दूसरी बार इस मामले में उन्हें 28 अक्टूबर 1998 को जेल यात्रा करनी पड़ी। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख को बेऊर जेल में रखा गया था। हालांकि इसके बाद भी उन्हें फिर जमानत मिल गई।
लालू प्रसाद यादव को इस मामले में एक बार फिर 28 नवंबर 2000 को गिरफ्तार किया गया। हालांकि इस बार लालू प्रसाद यादव को सिर्फ 1 दिन ही जेल में गुजारना पड़ा। इसके बाद 2013 में चारा घोटाले से ही जुड़े एक मामले में 37 करोड़ रुपये के गबन को लेकर लालू यादव दोषी पाए गए। इस दौरान उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
लालू ने कहा कि जो भी फैसला आएगा लालू को मंजूर है, मेरे बाद मेरा बेटा तेजस्वी है ना, पूरा देश, पूरी जनता देख रही है कि मुझे और मेरे परिवार को किस तरह भाजपा परेशान करने की कोशिश हो रही है उसमें वो कामयाब नहीं होंगे। एक लालू को जेल भेजेंगे तो एक लाख लालू अब पैदा होगा, लालू ने गरीब जनता की लड़ाई लड़ी है और लड़ता रहेगा।