आरुषि-हेमराज हत्याकांड से संदेह के लाभ के आधार पर तलवार दंपती बरी
इलाहाबाद/नोएडा : 2008 में नोएडा के चर्चित हत्याकांड आरुषि-हेमराज केस में तलवार दंपती को बड़ी राहत मिली है. आरुषि के चिकित्सक माता-पिता डॉ राजेश तलवार व डॉ नुपूर तलवार को इलाहाबाद हाइकोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए आज बरी कर दिया. आरुषि व तलवार परिवार के घरेलू नौकर हेमराज की रहस्यमय हत्या 15 व 16 मई 2008 की रात्रि नोएडा के जलवायु विहार स्थित उनके घर पर कर दी गयी थी. दोनों की लाश 16 मई 2008 में बरामद की गयी थी. उस समय आरुषि की उम्र 14 वर्ष एवं हेमराज की उम्र 45 साल थी. आरुषि हत्याकांड को लेकर चार साल से तलवार दंपती जेल में बंद हैं. बताया जा रहा है कि कोर्ट में फैसला सुनाते हुए जज ने जांच में खामियां की बात की. सबूतों के आभाव में तलवार दंपती को बरी किया गया है. जस्टिस एके मिश्रा ने फैसला पढ़कर सुनाया. कोर्ट ने आरुषि के मां-बाप को उम्र कैद की सजा भी रद्द कर दी. कोर्ट के फैसले का तलवार दंपती के रिश्तेदारों ने स्वागत किया है. राजेश तलवार की बहन वंदना तलवार ने कहा कि इस फैसले से हम बहुत राहत महसूस कर रहे हैं. हम दस सालों से पीड़ा झेल रहे थे, हाइकोर्ट के फैसले के लिए हम आभारी हैं. वहीं, नुपूर तलवार के पिता बीजी चिटनिस ने कहा है कि न्यायपालिका के हम आभारी हैं.
हाई कोर्ट ने कहा कि आरुषि को मम्मी-पापा ने नहीं मारा. कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में सुप्रीम कोर्ट भी इतनी कठोर सजा नहीं देता है. हाई कोर्ट ने तलवार दंपती को जेल से रिहा करने का आदेश दिया है. फैसले की खबर सुन डासना जेल में बंद तलवार दंपती भावुक हो उठे. फैसले के पहले राजेश और नुपूर काफी तनाव में दिख रहे थे. दोनों ने नाश्ता तक नहीं किया था. सूत्रों के मुताबिक नुपूर और राजेश गुमसुम बैठे थे और आम दिनों के तुलना में किसी से बातचीत नहीं की. उधर सीबीआई ने कहा कि फैसले की कॉपी मिलने के बाद हम तय करेंगे कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट अपील किया जायेगा कि नहीं.
गौरतलब है कि सीबीआई की अदालत ने राजेश और नुपूर तलवार को डबल मर्डर का दोषी पाया था और दोनों को उम्रकैद की सज़ा सुनाई थी. सीबीआई अदालत के फैसले के खिलाफ तलवार दंपती इलाहाबाद हाईकोर्ट गये और अपील दायर की. न्यायमूर्ति बीके नारायण और न्यायमूर्ति एके मिश्रा की खंडपीठ ने तलवार दंपती की अपील पर सात सितंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और फैसला सुनाने की तारीख 12 अक्तूबर तय की थी.