पटना का दीघा-आशियाना इलाका छावनी में तब्दील, आक्रोशित लोगों ने पुलिस की तीन जिप्सी में आग लगाई आग
पटना। राज्य के कृष्णा नगर में अवैध निर्माण हटाने गई पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया। स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में बनी हुई है। दीघा-आशियाना रोड इलाका पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस की कई टीमें मौजूद हैं। एसएसपी और जिलाधिकारी ने भी घटनास्थल का जायजा लिया है।
इस इलाके में कोर्ट के आदेश पर अवैध मकानों को तोड़ने आज सुबह पहुंची पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया और निर्माण तोड़ने आई जेसीबी के साथ ही पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया, साथ ही पुलिसकमिर्यों पर जमकर पथराव किया, जिसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए। कई मीडियाकमिर्यों को भी चोटें आईं। हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और पुलिस टीम को खदेड़कर भगा दिया। पथराव में आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं।
मौके पर एसएसपी मनु महाराज और डीएम संजय अग्रवाल पहुंचे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस तरह की घटना काफी शमर्नाक है, जेसीबी और पुलिस के वाहन को आग के हवाले कर दिया गया है, पुलिसकमिर्यों पर हमला किया गया, जिसमें कई पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। प्रशासन ने जनता का ख्याल करते हुए कारर्वाई करने की कोशिश की लेकिन इस घटना में कई लैंड माफिया भी संलिप्त थे जिन्होंने ऐसी घटना को अंजाम दिया है।
एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि पुलिस पर ये हमला पूरी तैयारी के साथ किया गया है। भू-माफिया जो भीड़ में शामिल थे उन्होंने ही हमला किया। सुनियोजित तरीके से पुलिस के पहुंचते ही महिलाओं और बच्चों को आगे कर दिया गया और पुलिस पर हमला कर दिया गया। अभी घटनास्थल पर पुलिस बल मौजूद है और स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में फुटेज देखकर आरोपियों पर कड़ी कारर्वाई की जाएगी। ये अपराधी तत्व के द्वारा की गई घटना है।
मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट के निर्देश के बाद आज सुबह कृष्णा नगर में अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए पुलिस की टीम जेसीबी के साथ पहुंची। वहां हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने जेसीबी मशीन को क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया और जमकर पथराव किया। लोगों ने महिलाओं को आगे कर दिया जिससे पुलिस भीड़ को संभाल नहीं सकी और भीड़ के आक्रोश का सामना करना पड़ा। पुलिस के मुताबिक पटना हाइकोर्ट ने अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश दिया था जिसके बाद पुलिस जेसीबी के साथ राजीवनगर के कृष्णानगर इलाके पहुंची और अवैध घरों को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन वहां पुलिस के पहुंचते ही लोग काफी संख्या में इकट्ठा होने लगे और देखते ही देखते एक हजार लोग मौके पर पहुंच गए और पुलिस पर हमला कर दिया।
आक्रोशित लोगों ने पुलिस की तीन जिप्सी में आग लगा दी है। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पचास राउंड की हवाई फायरिंग की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। उसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और पुलिस पर हमला बोल दिया। भीड़ को बेकाबू होता देख पुलिस पीछे हटती गई और लोगों ने पुलिस टीम को पांच किलोमीटर तक खदेड़ दिया। कई घंटे तक लगातार चली इस झड़प में पत्थर लगने से दीघा थानाध्यक्ष का सिर फूट गया और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। लोगों का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा था, लगातार बढ़ती भीड़ को देखते हुए खुद एसएसपी कई थानों की पुलिस के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन हजारों की संख्या में खड़ी भीड़ किसी की नहीं सुन रही थी।
लोगों का कहना हैे कि हमने यहां की जमीन खरीदा और अब इसपर घर बनाया है और अब घर को तोड़ने आज अचानक पुलिस पहुंच गई, अब हम कहां जाएंगे? लोगों ने कहा कि हम इस जमीन को नहीं छोड़ सकते, हमने कीमत चुकाई है। ऐसे में पुलिस की ऐसी कारर्वाई क्या उचित है। लोगों का कहना है कि कोर्ट का कोई आदेश नहीं है, पुलिस बेवजह हमलोगों को परेशान कर रही है। देखते ही देखते भीड़ सोनपुर ओवरब्रिज की तरफ भी पहुंच गई और दीघा-आशियाना रोड के दोनो छोर पर सैकड़ों लोग खड़े हो गए और पुलिस की टीम की कारर्वाई भांपने का प्रयास कर रहे थे।