नीतीश कैबिनेट का आज होगा विस्तार, जदयू और एनडीए खेमे के एमएलए लेंगे मंत्री पद की शपथ
पटना। बिहार में नई सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होगा आज। शाम पांच बजे नीतीश कुमार की नई कैबिनेट के मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। राजभवन में बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी जदयू और एनडीए खेमे के मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नई कैबिनेट में जदयू और भाजपा के अलावा लोजपा और रालोसपा के कोटे से भी मंत्री पद का चुनाव हो सकता है, जिन्हें आज शपथ दिलाई जाएगी। अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक एनडीए कोटे से 16 जबकि जदयू कोटे से 19 लोगों कों मंत्री बनाया जाना है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री से भी विचार विमर्श किया। राजभवन में शपथ ग्रहण को लेकर हलचल तेज है। कैबिनेट विस्तार को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ाई दी गई है। एडीजी मुख्यालय एके सिंघल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शाम को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और 150 जवानों की तैनाती की गई है।
वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और बीजेपी के नेताओं के साथ ही जदयू के भी नेतागण मुख्यमंत्री आवास पहुंच चुके हैं और इसे लेकर मंत्रणा जारी है। उपमुख्यमंत्री अपने मंत्री पद के सदस्यों की सूची लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जदयू के पुराने मंत्रियों को ही कैबिनेट में जगह मिल रही है जबकि पार्टी के एक मंत्री का पद छिन भी सकता है। अभी तक हालांकि मंत्री पद किस पार्टी के लिए क्या होगा? इसके लिए कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। शुक्रवार को नई सरकार ने अपना बहुमत साबित किया था और उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोरों पर थी। आज ही मंत्रिमंडल का विस्तार करने के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि नीतीश कुमार बिहार में विकास का काम बाधित नहीं होने देना चाहते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज कुल 35 मंत्रियों को शपथ दिलायी जाएगी। सरकार में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) भी शामिल होगी। जेडीयू के अधिकांश पुराने मंत्रियों को ही जगह मिलने की संभावना है। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सरकार में शामिल नहीं होंगे। मांझी खुद शुक्रवार को इस बात की घोषणा कर चुके हैं। सराकर में लोजपा और आरएलएसपी दोनों से एक-एक मंत्री शामिल होंगे।
जानकारी के मुताबिक जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब नीतीश सरकार में मंत्री बनने से बतौर पूर्व सीएम मिली सुविधाएं उनसे छिन सकती है और इससे भी बड़ी बात है कि क्या सरकार में उन्हें बड़ा मंत्रालय मिलेगा क्योंकि हम पार्टी के सिर्फ वो एक ही विधायक है। ये भी चर्चा है कि जीतन राम मांझी राज्यपाल बनने की फिराक हैं और इसके लिए वो कई बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात भी कर चुके हैं। बिहार विधानसभा में रालोसपा के 2 और लोजपा के 2 विधायक हैं। लोजपा से राजू तिवारी और रालोसपा से ललन पासवान नीतीश सरकार में मंत्री बन सकते हैं।
बीजेपी कोटे से मंत्रियों के संभावित नाम
नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पाण्डेय, रामनारायण मंडल, सुरेश शर्मा, विनोद सिंह, कृष्ण कुमार ऋषि, प्रमोद कुमार विनोद नारायण झा, विनोद सिंह, ब्रजकिशोर बिंद, रणधीर राणा।
जदयू कोटे से मंत्रियों के संभावित नाम हैं
नीरज कुमार, ललन सिंह, श्रवण कुमार, बिजेन्द्र यादव, खुर्शीद आलम, जयकुमार सिंह, मदन सहनी, मंजू वर्मा,
महेश्वर हजारी, कृष्णनंदन वर्मा, दिनेश चंद्र यादव, संतोष कुमार निराला, कपिल देव कामत, रामजी ऋषिदेव।
इन नेताओं में बीजेपी की ओर से आने वाले बड़े नेताओं के नाम प्रेम कुमार और मंगल पांडये हैं। बीजेपी के प्रेम कुमार वे नेता हैं जो सात बार विधायक चुने जा चुके हैं और लालू-नीतीश की सरकार के दौरान सदन में बीजेपी की ओर से नेता विपक्ष भी थे। मंगल पांडेय 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार के प्रदेश अध्यक्ष थे।
जेडीयू के बड़े नेताओं में राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के खास लोगों में से एक हैं। कई बार मंत्री रह चुके हैं। बिहार जदयू के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। साथ ही विजेंद्र यादव जदयू के सीनियर नेताओं में से एक हैं। नीतीश कुमार के सलाहकारों में से एक है। इससे पहले भी कई बार बड़े विभागों के मंत्री रह चुके हैं।