टैंकर घोटाला मामला : कपिल मिश्रा ने एसीबी में दर्ज कराया बयान

नई दिल्ली। टैंकर घोटाला केस में दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा एसीबी में एंटी करप्शन ब्यूरो में अपना बयान दर्ज करा दिया है। इससे पहले गुरुवार सुबह कपिल ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर हमला किया। अनशन पर बैठे कपिल ने आरोप लगाया कि मुझ पर हमला करने वाला शख्स मोहल्ला क्लीनिक का सदस्य है। साथ ही उन्होंने पैसों के लेन-देन मामले पर केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। वहीं गुरुवार को आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर प्रोटेस्ट करेगी। जिसको देखते हुए अशोका रोड़ इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
केजरीवाल के नाम खत : कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के नाम खत लिखते हुए कहा कि आज मेरे सत्याग्रह का दूसरा दिन है, उन्होंने कहा कि कल मुझ पर हमला हुआ, पर लगता है कि इस हमले की तैयारी आप ने पहले की थी। जब पुलिस उसे लेकर भी नहीं गई थी, उसी समय ही संजय सिंह सभी सबूत लेकर आ गये हैं।
कपिल मिश्रा ने कहा कि हमलावर मोहल्ला क्लीनिक का सदस्य है, उसको लेकर झूठ फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर विदेश यात्राओं के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो जानकारी देने में क्या दिक्कत है। झूठ को छोड़कर सच का सामना करें केजरीवाल। दूसरी तरफ वाटर टैंकर घाटोले में कपिल मिश्रा आज एसीबी (एंटी करप्शन ब्रांच) में बयान दर्ज कराएंगे। कपिल एसीबी दफ्तर पहुंचकर बयान देंगे। कपिल मिश्रा ने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके करीबियों के शामिल होने का आरोप लगया है। इससे पहले सुबह 9 बजे कपिल मिश्रा ने एक बड़ा खुलासा करने का दावा किया है। कपिल मिश्रा का अनशन आज भी जारी रहेगा।
एसीबी को देंगे बयान : इससे पहले कपिल मिश्रा ने एसीबी दफ्तर पहुंचकर इस मामले में सबूत सौंपने का दावा किया था। इस मसले को लेकर वो दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी मिले थे। जिसके बाद अनिल बैजल ने एसीबी को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। साथ ही उपराज्यपाल ने एक हफ्ते के अंदर एसीबी से रिपोर्ट मांगी थी।
केजरीवाल और उनके करीबियों पर आरोप : दिल्ली के जल संसाधन मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने इस घाटाले के लिए अरविंद केजरीवाल और उनके दो करीबियों के शामिल होने का आरोप लगाया था। कपिल ने आशीष तलवार और विभव पटेल के शामिल होने का आरोप लगाया था।
क्या है टैंकर घोटाला? : वाटर टैंकर घोटाले में आरोप है कि, ‘2012 में दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराए पर लिए थे। उस समय शीला दीक्षित सीएम के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष भी थीं। आरोप है कि जो टैंकर लिए गए थे, उसमें करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ था।
टैंकर घोटाला मामला साल 2009 से लेकर 2015 के बीच का है। इस दौरान कांग्रेस की सरकार की थी और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद घोटाले का जिन्न बाहर आया। आम आदमी पार्टी के विधायक और पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा ने इस मामले की शिकायत एसीबी(एंटी करप्शन ब्यूरो) में की। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा था कि शीला सरकार में वाटर टैंकर घोटाला हुआ।
एलजी से मिलेंगे कांग्रेस नेता : दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में कांग्रेस नेता उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे। अजय माकन शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट को लेकर एलजी से मीटिंग करेंगे और कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कारर्वाई की मांग करेंगे।