‘आप’ मंत्री सतेंद्र जैन के दफ्तर पर सीबीआई का छापा

नई दिल्ली। अभी पार्टी के अंदर जारी विवाद सुलझा भी नहीं था और इस बीच अरविंद केजरीवाल पर एक और मुसीबत आ गई। सीबीआई ने दिल्ली सचिवालय स्थित स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन के दफ्तर पर छापा मारा है। उनका दफ्तर दिल्ली सचिवालय के 9वें फ्लोर पर स्थित है। बताया जा रहा है कि सीबीआइ का यह छापा सत्येंद्र जैन पर दर्ज हुए ताजा मामले को लेकर है। इसमें मंत्री पर गलत तरीके से लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में 18 विशेषज्ञ की नियुक्त का आरोप है। आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री ने पीडब्ल्यूडी में विशेषज्ञ होते हुए भी 18 लोगों की निजी तौर पर नियुक्ति की है।
आरोप है कि मंत्री जैन ने 18 विशेषज्ञों की एक रचनात्मक टीम बनाई थी। जो कुछ माह तक ही चल सकी। इस टीम पर 60 लाख से अधिक की राशि वेतन आदि पर खर्च की गई। कुछ समय पहले उपराज्यपाल ने इसे भंग कर दिया था। उन्होंने इस मामले को जांच के लिए उइक को सौंप दिया था। बता दें कि एमसीडी चुनावों से ठीक पहले सीबीआई ने दिल्ली के स्वास्थय मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में भी प्राथमिक जांच दर्ज कर ली थी। सत्येंद्र जैन पर हवाला काबोरियों के साथ सीधे संपर्क का भी आरोप है और वह जैन मनी लांड्रिंग में पाए गए थे।
कुछ समय पहले आयकर विभाग ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाला कारोबियों से संबंधों के सबूत मिलने का दावा किया था। इससे पहले भी वह आयकर घोखाधड़ी के आरोपों में पहले ही जांच का सामना कर रहे थे।
आयकर विभाग के इन दस्तावेज़ों में हवाला कारोबारियों के सत्येंद्र जैन से सीधे संपर्क का दावा किया गया था।इसमें कहा गया है कि हवाला कारोबारी फोन पर सीधे जैन से बात करते थे और उनके बीच कोड वर्ड में कुछ सौदे भी हुए। आप नेता सत्येंद्र जैन हवाला कारोबारियों के जरिये 17 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के मामले में भी आयकर जांच के घेरे में हैं। सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की जांच में जैन मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल पाए गए हैं। इस मामले की जांच अभी जारी है और विभाग इस बाबत उनसे तीन बार पूछताछ कर चुका है। सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला जैन के नियंत्रण वाली कंपनियों को कोलकाता स्थित जीवेंद्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी और राजेंद्र बंसल नाम के तीन हवाला कारोबारियों की 56 शेल कंपनियों से 16.39 करोड़ रुपये मिले थे।