बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘राष्ट्र ऋषि’ के रूप में सम्मानित किया

हरिद्वार। बाबा केदारनाथ के दर्शन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पंतजलि के आयुर्वेदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट का उद्घाटन करने हरिद्वार पहुंचे हैं। यहां पहुंचने पर योगगुरु बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान बाबा रामदेव ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘राष्ट्र ऋषि’ के रूप में सम्मानित किया, तो वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस तरह का सम्मान देकर उनकी जिम्मेदारियां बढ़ा दी गई हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने योगगुरु रामदेव के आयुर्वेदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट का उद्घाटन करने के बाद पूरे संस्थान का खुद जायजा लिया और उसकी खासियतों को जाना। वहीं हरिद्वार में पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए योगगुरु रामदेव ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने यहां कहा कि मोदी देश को वरदान के रूप में मिले हैं। उनका राष्ट्र ऋषि के रूप में सम्मान होना चाहिए। वह राष्ट्र ऋषि के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे। बाबा रामदेव ने साथ ही कहा कि देश में अमीर-गरीब, छोटा-बड़ा, पिछड़ा-दलित, यहां की 125 करोड़ आबादी मोदी जी अपना स्वरूप देखता है।
बाबा रामदेव ने इसके साथ ही कहा, पीएम ने भारत को विश्व गुरु का दर्जा दिलाया। मोदी में विश्व का नेतृत्व करने का सामर्थ्य है। जो भी मोदी जी कर रहे हैं उसमें एक आहूति मेरी भी होगी।योगगुरु रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पीएम मोदी का सम्मान करते हुए उन्हें उनकी एक तस्वीर भेंट की।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘केदारनाथ जाकर बाबा के दर्शन करने का सोभाग्य मिला और वहां से आप सबके बीच आने और आशीर्वाद पाने का मौका मिला। बाबा ने इस तरह सम्मान देकर मुझे सरप्राइज दे दिया’। उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने मेरा लालन-पालन किया, शिक्षा दी, उनसे मैं भली-भांति जानता हूं कि आपको जो भी सम्मान मिलता है, उसके पीछे लोगों की अपेक्षाएं होती हैं। ऋषि का सम्मान देकर देकर उन्होंने मेरी जिम्मेदारियां बढ़ा दी। मुझे भारत के लोगों के आशीर्वाद पर पूरा भरोसा है, वे ही मेरी ऊर्जा के स्रोत हैं।’
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा, योग एक ऐसा विज्ञान है जो आत्मा की चेतना के लिए जरूरी है, बाबा रामदेव ने योग को आंदोलन बना दिया और दुनिया में योग के प्रति जिज्ञासा पैदा की।’ उन्होंने कहा, ‘योग भारत के ऋषि-मुनियों की परंपरा रही है। बाबा रामदेव ने योग को आंदोलन बनाया। विश्व भर में लोग आज योग की बात करते हैं।’ वहीं बाबा रामदेव के रिसर्च इंस्टीट्यूट पर बात करते हुए हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘रिसर्च की ताकत हम सबसे देखा है। हमारे पूवर्जों ने रिसर्च में जिंदगी खपाई, लेकिन आगे चलकर रिसर्च में उदासीनता आने से हम प्रभाव स्थापित करने में असफल रहे। अब बाबा रामदेव ने आयुर्वेद की परंपरा को दुनिया भर में स्थापित करने का बीड़ा उठाया है।’ उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी आधुनिक रिसर्च सेंटर को देखिये, तो बाबा रामदेव का यह सेंटर उनकी बराबरी में खड़ा है। मैं इसके लिए हृदय से बाबा रामदेव का अभिनंदन करता हूं। इस मौके पर ढट मोदी ने साथ ही कहा, भारत सरकार नई स्वास्थ्य नीति लेकर आई और अब हम प्रिवेंटिव हेल्थकेयर पर बल दे रहे हैं, लेकिन इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण स्वच्छता है।
पतंजलि के आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट में करीब 200 वैज्ञानिक अलग-अलग जड़ी बूटियों पर रिसर्च होगा। आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ बाबा रामदेव ने एक हर्बल गार्डन भी तैयार किया है। आपको बता दें कि यह रिसर्च सेंटर करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। यह देश का सबसे बड़ा आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्रप्रयाग जिले में स्थित भगवान शिव के धाम केदारनाथ में पूजा-अचर्ना करने पहुंचे। बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक किया। पीएम मोदी ने मंदिर में करीब आधे घंटे तक भगवान शिव की पूजा-अचर्ना की। इसके बाद पीएम मोदी जब बाहर आए तब उन्हें वहां के पुजारियों ने विशेष स्मृति चिह्न भी भेंट किए। उन्हें केदारनाथ मंदिर की लकड़ी की बनी एक छोटी सी प्रतिकृति के अलावा एक तस्वीर और एक पटका दिया गया।