‘आप’ नेताओं को पार्टी के फोरम में अपनी बात कहनी चाहिए, मीडिया में जाना सही नहीं
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के भीतर चल रहे आपसी द्वंद से परेशान हैं केजरीवाल। आज बुलाई है अहम बैठक। पार्टी नेता कुमार विश्वास और विधायक अमानतुल्लाह खान की बयानबाजी से टॉप लीडरशिप नाराज़ है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक- पार्टी नेताओं को पार्टी के फोरम में अपनी बात कहनी चाहिए। मीडिया में जाना सही नहीं है, इससे केवल पार्टी की छवि को नुकसान हो रहा है। अब आम आदमी पार्टी ने विवाद के निपटारे के लिए पोलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक आज रात बुलाई है, जिसमे कुमार विश्वास के साथ-साथ अमानतुल्लाह खान भी मौजूद होंगे क्योंकि ये दोनों ही आम आदमी पार्टी की सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली इकाई पोलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सदस्य हैं। कुमार विश्वास ने पार्टी और पार्टी की टॉप लीडरशिप के काम करने के तरीके और फैसले पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद पार्टी विधायक और आप सदस्य अमानतुल्लाह खान ने कुमार पर विश्वास पार्टी तोड़ने और हड़पने के आरोप लगाते हुए कुमार विश्वास पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल ने हालिया चुनाव में पार्टी की हार के लिए ईवीएम के अलावा अन्य कारणों को भी जिम्मेदार ठहराने के लिए वरिष्ठ ‘आप’ नेता कुमार विश्वास की आलोचना करने वाले पार्टी के कुछ लोगों को कड़ा संदेश देने की कोशिश की। पार्टी प्रमुख केजरीवाल ने उनके और ‘छोटे भाई’ विश्वास के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश करने वालों को चेतावनी दी।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, कुमार मेरा छोटे भाई है। कुछ लोग हमारे बीच टकराव पैदा करना चाहते हैं। ऐसे लोग पार्टी के दुश्मन हैं। वे खुद पर ध्यान दें। हमें कोई भी अलग नहीं कर सकता।’ गौरतलब है कि रविवार को ओखला से आप के विधायक अमानतुल्लाह खान ने आरोप लगाया कि कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी को ‘हड़पना’ चाहते हैं और उनकी महत्वाकांक्षा पार्टी का नेतृत्व करने की है। शुक्रवार को पार्टी लाइन से अलग हटते हुए विश्वास ने संकेत दिया था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कथित छेड़छाड़ के अलावा अन्य कारण भी पंजाब विधानसभा और एमसीडी चुनाव में पार्टी की हार के लिए जिम्मेदार रहे। उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और कार्यकर्ताओं में संपर्क का अभाव है। उन्होंने कहा कि एक हद तक आप का कांग्रेसीकरण हो रहा है।