सेना के समर्थन में आए पहलवान योगेश्वर दत्त, इस तरह दिया जवाब
नई दिल्ली। लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले पहलवान योगेश्वर दत्त ने भारतीय सेना के समर्थन में शनिवार 15 अप्रैल, 2017 को तीन और ट्वीट किए। जम्मू-कश्मीर में सेना द्वारा एक कथित पत्थरबाज युवक को जीप पर बांधकर घुमाने के सिलसिले में योगेश्वर ने कहा कि सेना कश्मीर में लोगों को बाढ़ से बचाती है, फिर भी पत्थर खाती है, तब लोगों को परेशानी नहीं होती है।
बाढ़ से बचाओ,फिर पत्थर खाओ तब तक कुछ लोगो को परेशानी नहीं है अब जब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बाँध दिए तो चिंताजनक स्थिति हो गयी।
ट्विटर पर भारतीय सेना की आलोचना कर रहे लोगों को जवाब देने के लिए योगेश्वर ने #शेम का इस्तेमाल किया। योगेश्वर ने कहा कि जो लोग ये सवाल कर रहे हैं कि कौन कितनी बार कश्मीर गया है, तो उन्हें बता दूं कि एसी रूम में बैठकर सनसनी नहीं फैलाते और हरियाणा के हर घर से एक शख्स सेना में जाता है।
जो लोग पूछ रहे है की कौन कितनी बार कश्मीर गया है तो बता दूँ , एसी रूम में बैठ कर सनसनी नही फैलाते, हरियाणा के हर घर से एक सेना मे जाता है।
कश्मीर में सेना पर पत्थर चलाने और जवानों के साथ हो रही बदसलूकी पर योगेश्वर ने सेना में गए अपने बचपन के दोस्तों को याद करते हुए कहा कि उन्हें अपने सैनिक दोस्तों के लिए काफी खराब लगता है। देश के सम्मान के लिए जवान अपना अपमान करा रहे हैं।
जब ऐसी स्थिति देखते है तो पड़ोस के बचपन के साथियों के लिए मन ख़राब होता है। देश के सम्मान बचाते हुए अपना मानमर्दन हो रहा है। इससे पहले चुनाव ड्यूटी से लौट रहे सीआरपीएफ जवानों के साथ हुई बदसलूकी का भी योगेश्वर ने विरोध कर कहा था, ‘बाढ़ आई तो सेना चाहिए। उसके बाद एहसानफरामोशी तो देखो इन कायरों की। अनुशासित सेना है, वरना इतने पर तो आम आदमी भी पलट कर मारता।’