विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कायर्वाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई
नई दिल्ली। मुस्लिम लीग के सांसद ई अहमद के निधन के बाद सदन स्थगित नहीं करने के फैसले ने तूल पकड़ रखा है। शुक्रवार को विपक्ष ने सदन शुरू होते ही इस मामले पर हंगामा कर दिया। कांग्रेस ने सरकार पर वरिष्ठ नेता के अपमान का आरोप लगाया है। विपक्ष ने इस मामले में जांच की भी मांग की है। कांग्रेस ने इस मसले पर संसद में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है।
विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कायर्वाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई है। हालांकि लोकसभा में तृणमूल ने अपने सांसदों की गिरफ्तारी को लेकर भी हंगामा किया था। ई अहमद को मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार रात उनका निधन हो गया।
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सांसद ई अहमद के निधन के बाद बजट को टालने की मांग की थी। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने विपक्ष की मांग को स्वीकार नहीं किया था। सुमित्रा महाजन ने कहा था कि बजट एक संवैधानिक दायित्व है और इसे पेश करना ही पड़ेगा।
इसके बाद से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है। सांसद को लेकर कुछ ऐसी खबरें भी आईं कि उनके निधन की जाानकारी को छिपा कर रखा गया। कांग्रेस ने इसे भी लेकर सरकार को घेरा। हालांकि सरकार के सूत्रों ने बताया कि पहले भी सांसदों/राज्यमंत्रियों की मौत के बावजूद बजट पेश किया जा चुका है।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार ने वरिष्ठ नेता का अपमान किया है। कांग्रेस के सांसद केसी वेणुगोपाल ने ई अहमद के निधन के मसले पर संसद में स्थगन प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने दिवंगत सांसद के परिवार वालों के साथ अस्पताल में बुरे बर्ताव का भी मामला उठाया।