2019 में कांग्रेस आएगी तब आएंगे अच्छे दिन : राहुल गांधी

नई दिल्ली। मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस बड़ी रणनीति पर काम कर रही है। इसी कड़ी में पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में जन वेदना सम्मेलन कर रहे हैं। राहुल गांधी इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं। इस मंच से राहुल गांधी ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि पीएम ने नोटबंदी का अपरिपक्व फैसला लिया। आरबीआई गर्वनर की बातों को नजरअंदाज किया गया। अब स्थिति उनसे संभल नहीं रही। अब पीएम अपने ‘होम मेड इकोनॉमिस्ट’ रामदेव और बोकले जी के पीछे छुप रहे हैं। नोटबंदी को सभी अथर्शास्त्रियों ने गलत बताया। राहुल ने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। बीजेपी के ‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ नारे पर राहुल ने कहा कि जब 2019 में कांग्रेस आएगी तब अच्छे दिन आएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और हमारे प्रधानमंत्री को ये कहने की आदत हो गई है कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया। देश के लोग जानते हैं कि हमने क्या किया। लोग जानते हैं कि कैसे हमारे नेताओं ने देश के लिए खून और आंसू बहाए। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम को गरीबों और किसानों के साथ समय बिताने की जरूरत है। ये जानने की जरूरत है कि क्यों लोग गांव छोड़ रहे हैं?
उन्होंने स्वच्छ भारत का मजाक उड़ाते हुए कहा कि पहले मोदी जी ने कहा कि हिंदुस्तान को साफ कर दूंगा, 3-4 दिन झाड़ू लगाया और चल दिए। राहुल ने पीएम के योग का मजाक बनाते हुए कहा कि जो पद्मासन नहीं कर सकता वो योग नहीं कर सकता। नोटबंदी एक बहाना है। मोदीजी को पता लग रहा है कि योग, स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया के पीछे नहीं छिप पाएंगे। हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी इन्होंने तोड़ दी है। आॅटोमोबाइल्स सेक्टर में 60 प्रतिशत गाड़ियां कम बिकी हैं, हम 16 साल पहले की स्थिति में पहुंच गए हैं। राहुल ने कहा कि रामदेव सरकार के अथर्शास्त्री है। बीजेपी देश की आत्मा को मार रही हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि जब मनमोहन सिंह पीएम थे, तब मीडिया के लोग खुल कर बोलते थे। आज कहते हैं की बोलेंगे तो फोन आ जाएगा और नौकरी चली जाएगी। राहुल ने कहा कि जो हमने 70 साल संस्थाओं, न्यायपालिका, भारतीय रिजर्व बैंक और प्रेस का सम्मान किया। ये सब मोदीजी और आरएसएस ने ढाई साल में बंद कर दिया। तुम लोग कौन हो? अब देश को सिर्फ नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत चलाएंगे। हम देश को बताना चाहते हैं कि हिंदुस्तान की जो संस्थाएं हैं, उनको हम बचाकर रखेंगे। मंच पर उनके साथ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत नेता दिखे। इस सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी शामिल नहीं हो रही हैं। सोनिया गांधी अभी भी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं।
जन वेदना सम्मेलन में पांच हजार से अधिक प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। सूत्रों की मानें तो इस दौरान देश भर से आए कांग्रेस के 5000 डेलीगेट्स को बुकलेट बांटी जाएगी। जिसमें मोदी सरकार के 2.5 साल के कायर्काल की विफलताएं भी होंगी और केंद्र में नोटबंदी को रखा जाएगा।
इस दौरान बताने की कोशिश होगी कि किस तरीके से मोदी सरकार ने विदेशों से कालाधन लाकर 15 लाख रुपये देने का वायदा किया जो झूठा निकला। अब नोटबंदी के जरिए देश की जनता को मुश्किल में डाल दिया। नोटबंदी का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है। इस सम्मेलन में भी नोटबंदी के मुद्दे को देश भर में जनता के सामने रखने की कोशिश करेगी और पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इसको मुद्दा बनाएगी।
राहुल समझें पहले देश का मिजाज, फिर बयान दें : भाजपा
राहुल गांधी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि वो पार्ट टाइम पॉलिटिक्स करते हैं। जब देश परेशानी में था, तब वो छुट्टी मनाने विदेश चले गए। पीएम मोदी ने नोटबंदी से काला धन रखने वालों की कमर तोड़ दी है। देश की जनता मोदीजी के साथ है। सब जानते हैं कि मनमोहन सिंह के समय सरकार कौन और कैसे चला रहा था। मोदीजी के समय में इकोनॉमी पहले से ज्यादा मजबूत हुई है। राहुल को पहले देश का मिजाज समझना चाहिए, फिर बयान देना चाहिए। राहुल को 2019 के सपने नहीं देखने चाहिए। भ्रष्टाचार के कारण उनकी पार्टी हर जगह चुनाव हार रही है।