चिटफंड घोटाले में सांसदों की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली-कोलकाता में टीएमसी का प्रदर्शन आज

पीएम मोदी पर सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का इस्तेमाल उन लोगों के खिलाफ करने का लगाया आरोप


कोलकाता/नई दिल्ली। रोज वैली चिटफंड घोटाले में टीएमसी सांसदों की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस बुरी तरह भड़क गई है। इस मामले में टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी को लेकर टीएमसी ने बुधवार को राज्यभर में धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है। गिरफ्तारी के विरोध में तृणमूल कांग्रेस आज कोलकाता और दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेगी।
जानकारी के अनुसार, तृणमूल के सभी सांसद आज दिल्ली में दोपहर बाद पार्टी के संसदीय कार्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे। टीएमसी ने इस विरोध प्रदर्शन को लगातार जारी रखने की बात कही है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी से नाराज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का इस्तेमाल उन लोगों के खिलाफ करने का आरोप लगाया, जिन्होंने नोटबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि यहां पार्टी की एक आपात बैठक हुई, जिसमें फैसला किया गया कि पार्टी के सभी लोकसभा और राज्यसभा सदस्य कल दिल्ली जाएंगे और देश में वित्तीय आपातकाल और अन्य आपातकाल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। बंदोपाध्याय के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए सांसद, विधायक और मंत्रियों समेत कई तृणमूल कांग्रेस नेता सीबीआई कार्यालय पहुंचे।
बता दें कि लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय को सीबीआई ने मंगलवार को रोज वैली चिटफंड घोटाला मामले में गिरफ्तार किया। इससे गुस्साए तृणमूल कांग्रेस समथर्कों ने यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर हमला कर दिया जिसमें कई लोग घायल हो गए। वहीं, दोनों पाटिर्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि बंदोपाध्याय तृणमूल कांग्रेस के दूसरे सांसद हैं, जिन्हें एक सप्ताह के भीतर इस घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। बंदोपाध्याय को चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार किया गया। इससे पहले अभिनेता से नेता बने तापस पाल को गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने कहा कि बंदोपाध्याय रोज वैली प्रायोजित विदेश दौरों के संबंध में उचित जवाब नहीं दे सके और उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया। बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी से आक्रोशित पार्टी के अनेक कार्यकर्ता मध्य कोलकाता स्थित भाजपा कार्यालय पर पहुंचे और नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पथराव किया जिसमें भगवा पार्टी के कई कार्यकर्ता घायल हो गए और वहां खड़ी आधा दर्जन कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। बंदोपाध्याय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के विश्वास पात्र हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने दावा किया कि हमले में उनकी पार्टी के 15 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। प्रदर्शन जारी रहने के मद्देनजर सीआरपीएफ की एक टुकड़ी को भाजपा कार्यालय और उसके कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रवाना किया गया।
सिन्हा ने कहा कि हमने केंद्रीय गृह मंत्रालय से अपील की है कि वह सीआरपीएफ को भेजे ताकि हमारी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सीआरपीएफ की एक टुकड़ी हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भाजपा कार्यालय भेजी गई।
ममता ने आरोप लगाया कि बंदोपाध्याय को पीएमओ से दबाव के तहत गिरफ्तार किया गया और आश्चर्य जताते हुए कहा कि क्यों नरेंद्र मोदी और अमित शाह को गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए। रोज वैली चिटफंड घोटाला में सीबीआई द्वारा सुदीप की गिरफ्तारी के तत्काल बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं सोच सकती कि सुदीप बंदोपाध्याय जो लोकसभा में हमारी पार्टी के नेता हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। मेरे पास यह भी सूचना है कि मोदी तृणमूल कांग्रेस के कई अन्य नेताओं यथा अभिषेक बनर्जी, शोभन चटर्जी (शहर के मेयर) और फरहाद हाकिम (मंत्री) की गिरफ्तारी चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं स्तब्ध हूं, लेकिन डरी हुई नहीं हूं। उन्हें हम सबको गिरफ्तार करने दें। मैं खुलेआम उन्हें चुनौती देती हूं कि मुझे गिरफ्तार करें। देखते हैं उनमें कितना दम है। वह दूसरों को चुप करा सकते हैं लेकिन मुझे नहीं। वह हमारी आवाज को नहीं दबा सकते हैं। वह लोगों की आवाज को दबा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि हम हर मामले में कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। पार्टी सुदीप के साथ है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। अगर वह जेल में हैं, तब भी बंगाल के लोग उन्हें अपने दिलों में रखेंगे।