अतीक अहमद नैनी जेल परिसर में, कुछ देर में यूपी पुलिस लेकर जाएगी गुजरात
प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस वापस साबरमती जेल ले जाने वाली है. अभी उसे सुरक्षा कारणों से नैनी जेल परिसर में रखा गया है, लेकिन कुछ ही देर में उसे गुजरात ले जाया जाएगा. साबरमती जेल ले जाने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है. उमेश पाल अपहरण मामले में माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) , उसके करीबी शौकत हनीफ, दिनेश पासी को जिला न्यायालय की एमपी एमएलए विशेष न्यायाधीश डॉक्टर दिनेश चंद्र शुक्ला ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. हालांकि अतीक के भाई को कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया है. विशेष अदालत ने आईपीसी की धारा 364 ए के तहत दोषी करार दिया था. विशेष अदालत ने बाकी सभी आरोपियों को इस मामले में दोषमुक्त कर दिया है. अतीक को कोर्ट से वापस नैनी जेल पहुंचा गया था लेकिन जेल में रखने के आदेश न होने की वजह से अब उसे साबरमती जेल भेजा जा रहा है. वहीं उसके भाई अशरफ को बरेली और हनीफ को चित्रकूट जेल भेजा गया है.
इधर, वाराणसी पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ऐसे गुंडे माफियाओं पर योगी सरकार में कार्रवाई होती रहेगी. योगी शासनकाल में कोई गुंडा माफिया नहीं बचने वाला है सभी दोषियों के ऊपर कार्रवाई होगी. पूर्व डीजीपी और भाजपा सांसद बृज लाल ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि आज प्रयागराज में जश्न का माहौल है. केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल ने कहा कि न्यायपालिका के अधिकार और कर्तव्य स्पष्ट है, इस डिसीजन का स्वागत करते हैं. मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई. उस दौरान कोर्ट रूम और उसके बाहर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. हाई सिक्योरिटी के तहत अतीक और उसके भाई अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल से ले आया गया था. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोनों को अलग-अलग प्रिजन वैन से कोर्ट में ले आया गया था.
अतीक और उसके भाई की पेशी के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी. कोर्ट को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. वहीं उमेश पाल की पत्नी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अतीक अहमद को कोर्ट से फांसी की सजा मिलनी चाहिए. अपहरण मामले की सुनवाई को लेकर अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया. वहीं उसके भाई अशरफ को बरेली सेंट्रल जेल से प्रयागराज लाया गया. दोनों भाइयों को नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया.
आरोप है कि साल 2006 में 28 फरवरी को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह उमेश पाल को पूर्व सांसगस अतीक अहमद, उसका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ अपने साथियों के साथ अपहरण कर अपने कार्यालय में ले गए थे. उमेश पाल ने अतीक अहमद सहित पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. इस मामले में मुख्य आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम और फरहान जेल में बंद हैं. जबकि दिनेश पासी, खान सौलत हनीफ, जावेद उर्फ बज्जू, आबिद, इसरार, आशिक उर्फ मल्ली और एजाज अख्तर जमानत पर बाहर हैं.