मैं ही कांग्रेस अध्यक्ष, भ्रम में न रहें
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कपिल सिब्बल समेत ‘जी 23’ समूह के कुछ नेताओं की ओर से पिछले दिनों सार्वजनिक रूप से बयान दिए जाने की पृष्ठभूमि में शनिवार को उन्हें निशाने पर लिया। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं। उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कहा कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा तथा अब इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी। उन्होंने किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, विदेश नीति और चीन की आक्रामकता के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा।
एकजुटता पर जोर : उन्होंने संगठनात्मक चुनाव का हवाला देते हुए कहा, ‘पूरा संगठन चाहता है कि कांग्रेस फिर से मजबूत हो। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एकजुटता हो और पार्टी के हित को सर्वोच्च रखा जाए। इन सबसे ऊपर आत्मनियंतण्रऔर अनुशासन की जरूरत है।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, ‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं। ‘उन्होंने जी 23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा, ‘मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है। मुझसे मीडिया के जरिए बात करने की जरूरत नहीं है। इसलिए हम सभी यहां खुली और ईमानदार चर्चा करते हैं। लेकिन इस चहारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए।’
अध्यक्ष का चुनाव अगले साल अगस्त-सितम्बर में
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शनिवार को फैसला किया गया कि अगले साल अगस्त-सितम्बर में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इसके साथ ही, यह निर्णय भी लिया गया कि आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। कांग्रेस के संगठन महासिचव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितम्बर के बीच होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और कई अन्य नेता शामिल थे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अस्वस्थ होने के कारण और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और आरपीएन सिंह कुछ निजी कारणों से इस बैठक में शामिल नहीं हो सके।
सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय में हुई जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य वरिष्ठ नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो गए हैं।
राहुल को अध्यक्ष बनाने की फिर उठी मांग
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शनिवार को राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष बनने का आग्रह किया, जिस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में वह विचार करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को एक बार फिर से पार्टी की कमान संभालनी चाहिए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कई अन्य नेताओं ने इसका समर्थन किया। सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर राहुल गांधी ने कहा, ‘आपकी भावनाओं का सम्मान करता हूं। इस पर विचार करूंगा। समय आने पर फैसला होगा।’ पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।