सांप्रदायिक हिंसा का शिकार हुए हिन्दू मंदिर मामले में PM इमरान के खिलाफ 26 अगस्त को सुनवाई करेगी UP कोर्ट
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की एक अदालत 26 अगस्त को पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगी ताकि उसकी स्थिति पर चर्चा की जा सके। पाक प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रतापगढ़ अदालत में एक आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें पाकिस्तान में भगवान गणेश के मंदिर को नष्ट करने की अनुमति देने के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई थी।
शिकायतकर्ता, एक वकील और अखिल भारतीय ग्रामीण बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ज्ञान प्रकाश शुक्ला ने आरोप लगाया है कि भारत के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए एक अनियंत्रित भीड़ द्वारा मंदिर को कथित रूप से नष्ट किया गया। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि इस अपराध में अपराधियों के साथ खान का भी हाथ शामिल था, क्योंकि उनकी पार्टी के एक नेता ने मंदिर को नष्ट करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ शुरू किए गए शीत युद्ध का हिस्सा है। शिकायत का संज्ञान लेते हुए सिविल जज लालगंज ललिता यादव ने शिकायतकर्ता का बयान दर्ज करने और शिकायत की सुनवाई की जांच के लिए 26 अगस्त की तारीख तय की।
जानिए क्या है पूरा मामला
पाकिस्तान में पंजाब प्रांत में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक मंदिर पर हमला किया। साथ ही मंदिर के कुछ हिस्सों में आग लगा दी और मूर्तियों को खंडित कर दिया। पुलिस जब इस भीड़ को रोकने में विफल रही तो हालात को काबू में करने के लिए पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों को बुलाया गया। पुलिस ने बताया कि रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में भीड़ ने हिंदू मंदिर पर हमला किया। यह स्थान लाहौर से करीब 590 किलोमीटर दूर है और बताया गया कि कथित तौर पर एक मदरसे की बेअदबी की घटना के बाद कुछ लोगों के उकसाने पर भीड़ ने इस वाकये को अंजाम दिया।