राजस्थान के करौली में हिंसक हुई भीड़, भाजपा विधायक और कांग्रेस नेता का घर जलाया
नई दिल्ली. एससी एसीटी एक्ट में बदलाव को लेकर देशभर के अलग-अलग राज्यों में सोमवार को हुई हिंसा अभी थमने का नाम नहीं ले रही है। अब राजस्थान में हिंसा की खबर आ रही है। राजस्थान के करौली में भीड़ ने दो नेताओं के घरों को निशाना बनाया है। भीड़ ने मौजूदा विधायक राजकुमारी जाटव और पूर्व विधायक भरोसीलाल जाटव के घरों में आग लगा दी। वहीं एक शॉपिंग मॉल में भी तोड़फोड़ की गई है। इसके अलावा देश के दूसरे हिस्सों में स्थिति नाजुक लेकिन नियंत्रण में है। हिंसा फैलाने वालों की धरपकड़ की जा रही है। यूपी के मेरठ में इंटरनेट सेवा पर बैन लगाया गया है।
ये दोनों नेता दलित समुदाय से आते हैं। मौजूदा विधायक राजकुमारी जाटव भाजपा नेता हैं, जबकि पूर्व विधायक कांग्रेस के नेता हैं। बताया जा रहा है कि इलाके में सोमवार को हुई हिंसा के जवाब में आज सुबह यहां भीड़ जमा होने लगी। धारा 144 लागू होने के बावजूद धीरे-धीरे ये संख्या 40 हजार तक पहुंच गई।
करौली जिले के हिंडौन में सोमवार को दुकान और वाहन जलाए जाने के खिलाफ व्यापारी और दूसरे समाज के लोगों ने आज बंद का आह्वान किया था। इसी दौरान बड़ी संख्या में लोग कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहे थे। हालात तनावपूर्ण देखते हुए इलाके में धारा 144 लागू की गई थी। लेकिन इसका उल्लंघन करते हुए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि इसी दौरान भीड़ ने करौली से वर्तमान भाजपा विधायक राजकुमारी जाटव के घर को निशाना बनाया और आग लगा दी। इतना ही नहीं भीड़ ने पूर्व विधायक को भी नहीं बख्शा। इलाके के पूर्व कांग्रेस विधायक भरोसीलाल जाटव के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया।
इससे पहले सोमवार को करौली के हिंडौसिटी में बंद के दौरान भारी उत्पात की खबर थी। बंद समर्थकों ने बाजारों में जमकर लूटपाट और मारपीट की थी। इससे पूरे शहर में दहशत और भय का माहौल व्याप्त हो गया। भीड़ ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर भी पथराव किया। उपद्रवियों ने कई एटीएम मशीन में भी तोड़फोड़ कर दी थी।
भीड़ ने सिर्फ दलित नेताओं को ही निशाना नहीं बनाया। बल्कि संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। यहां एक मॉल में आग लगा दी गई. जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। कहा जा रहा है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन की बड़ी चूक सामने आ रही है।
भारत बंद के दौरान राजस्थान में सोमवार को हुई हिंसा में गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। झड़प में एक पुलिसकर्मी समेत चालीस लोग घायल हुए थे। मृतक की पहचान पवन जाटव (28) के रूप में हुई थी।
बता दें कि सोमवार (2 अप्रैल) को एससी एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के बदलाव वाले फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने भारत बंद बुलाया था। जिसके तहत देश के अलग-अलग हिस्सों में दलितों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगह ट्रेन रोकी, सड़कें जाम की। राजस्थान, मध्यप्रदेश, यूपी, बिहार, उत्तर प्रदेश और पंजाब के कई शहरों से हिंसा की भी खबरें आईं।