लोस में लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे; पुलवामा आतंकी हमले पर कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले का मुद्दा मंगलवार को लोकसभा में उठा। हमले में पांच जवान शहीद हुए थे। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर सरकार से जवाब मांगा। इसके पहले बीजेपी सांसदों ने सदन में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। सदन ने हमले में शहीद हुए सैनिकों श्रद्धांजलि भी दी। सिंधिया ने कहा- जब खुफिया रिपोर्ट थी तो सरकार ने उस हिसाब से फोर्स की तैनाती क्यों नहीं की। प्रधानमंत्री ने इस मामले पर कोई बयान क्यों नहीं दिया। भारत के एनएसए बैंकॉक में पाकिस्तान के एनएसए से क्यों मिले?
मंगलवार को जैसे ही स्पीकर सुमित्रा महाजन सदन में आईं बीजेपी सांसदों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। कुछ देर बाद सदन ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। स्पीकर ने पुलवामा हमले को कायराना हरकत करार दिया।
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पुलवामा आतंकी हमले पर सरकार से जवाब मांगा। सिंधिया ने कहा, “ 2017 की आखिरी रात जब पूरे देश की जनता आने वाले नए साल का जश्न मना रही थी तब एक दुखद घटना घटी। पुलवामा में पाकिस्तानी स्पॉन्सर्ड आतंकियों ने हमारे सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र पर हमला किया। हमारे पांच जवानों ने अपनी जान की आहूति दी। तीन आतंकियों को भी वहां मार डाला गया। एक तरफ हमारे जवान शहीद होते हैं तो दूसरी तरफ यह सरकार हमारे जवानों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नजर नहीं आती।”
“पिछले तीन वर्षों में उड़ी, पम्पोर, पठानकोट और ऊधमपुर समेत कितनी घटनाएं हुईं। कितनी कमेटियां गठित की गईं। लेकिन, एक के बाद एक गलती इस सरकार के द्वारा दोहराई जाती है। पुलवामा में पिछले साल एक हमला हो चुका है। वहां हमारे 8 सैनिक शहीद हुए थे। पिछले साल अक्टूबर में बीएसएफ की बटालियन पर एक हमला हुआ था जिसमें हमारा एक जवान शहीद हुआ था।”
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, “वहां के पुलिस अफसर एसपी. वैद को जानकारी दी गई थी कि यहां घटना घटने वाली है। 130 एकड़ में 4 किलोमीटर का पैरामीटर वॉल है तो आतंकी घुसे कैसे। वहां फ्लड लाइट नहीं लगे थे। जनरल फिलिप कॉम्बोज की रिपोर्ट भी आई लेकिन इस सरकार ने उस पर कोई कदम नहीं उठाया। मैं पूछना चाहता हूं कि इस सरकार के एक सांसद स्वयं नेपाल सिंह जी कहते हैं- जवानों को तो जान देना ही होगी। ये कोई नई चीज नहीं है। ये शर्म की बात नहीं है तो और क्या है?”
“जिन लोगों ने मुंह तोड़ जवाब देने और एक के बदले 10 सिर लाने की बात कही थी, वो चुप क्यों बैठे हैं? प्रधानमंत्री जी भी एक शब्द नहीं बोले। सरकार ने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा बल तैनात क्यों नहीं किए? इनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बैंकॉक में जाकर पाकिस्तान के एनएसए से बात करते हैं। क्या विदेश नीति है ये? हम समझ नहीं पाते। इसका स्पष्टीकरण चाहिए। बीजेपी सांसद के बयान पर हम माफी चाहते हैं।”
गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा- आतंकियों के मारे जाने का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है. 2010 से 2013 के बीच 471 आतंकी मारे गए थे। 2014 से अब तक 580 आतंकी मारे जा चुके हैं। यह सरकार की कामयाबी है।