आतंकी संगठन आईएस ने कश्मीरियों को भड़काया, कहा-काट डालो जवानों के सिर
नई दिल्ली। हाल ही में इराक ने घोषणा की है कि उसने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का अपने देश से सफाया कर दिया है। मगर, अभी भी इस बर्बर आतंकी संगठन का खतरा पूरी दुनिया में बना हुआ है। खूंखार आतंकी संगठन की नजरें अब भारत पर हैं। उसने कश्मीर में मुसलमानों को भड़काते हुए मुस्लिम लोगों से अपनी लड़ाई लड़ने की अपील की है।
आईएस ने रुमैया मैगजीन में लिखा है कि कश्मीरी मुस्लिम खलीफा के तहत अपनी लड़ाई फिर से शुरू करें और बीच में आने वाली भारत और पाकिस्तानी सेनाओं के सिर काट दें। उर्दू भाषा में छपे इस लेख को कश्मीर के आईएस समर्थित मीडिया समूह ने अनुवाद कर एक टेलीग्राम पोस्ट किया, जिसमें कश्मीरी मुसलमानों से कहा कि वह रॉ और आईएसआई के जासूसों द्वारा बेवकूफ न बनें, दोनों एजेंसियों के जासूसों को मार डालें।
लेख में कहा गया कि अगर उनके (जासूसों) नाम मुस्लिम नामों से मिलते हैं, तो वह धर्म को त्याग चुके हैं। इससे पहले कि भेड़ की खाल में छिपे ये भेड़िए आप पर हमला करें उनके सिर उड़ा दो। लेख में कश्मीरियों को लोकतंत्र अस्वीकार करने और आईएस नेता अबु बकर अल-बगदादी के प्रति वफादार बनने को कहा गया है।
कश्मीरियों को भड़काते हुए लेख में कहा गया है कि 1947 में बंटवारे के बाद से ही भारत और पाकिस्तान, दोनों ने ही उन्हें (कश्मीरियों को) लगातार धोखा दिया है। हिंदुस्तानी, पाकिस्तानी, अरब और गैर अरब आततायियों और उनकी सेनाओं को न छोड़ें। इसमें कश्मीरियों से सेना के खिलाफ लड़ने, आमने-सामने की लड़ाई में जवानों के सिर काटने, आत्मघाती हमलों में उन्हें मारने जैसी हिंसक अपील की गई है।