राहुल गांधी निविर्रोध चुने गए पार्टी अध्यक्ष, 16 को संभालेंगे कमान

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं। वे 16 दिसम्बर को पूर्वाह्न 11 बजे एक समारोह में कांग्रेस की चुनाव अथॉरिटी से अपनी जीत का प्रमाणपत्र ग्रहण करेंगे। इसी दिन राहुल गांधी औपचारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल लेंगे। राहुल, पार्टी के 62वें अध्यक्ष हैं।
कांग्रेस की चुनाव अथॉरिटी के प्रमुख मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने दोपहर 3.30 बजे राहुल गांधी के निविर्रोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। चुनाव अथॉरिटी के दो अन्य सदस्यों मधुसूदन मिस्त्री और भुवनेश्वर कलिता के साथ रामचंद्रन ने बताया कि नाम वापसी के बाद राहुल अकेले उम्मीदवार रह गए थे, इसलिए उन्हें कांग्रेस संविधान के अनुच्छेद 18(डी) के तहत निविर्रोध अध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन के चुनाव भारतीय चुनाव आयोग की समयसीमा में पूरे हुए हैं और शांतिपूर्वक रहे हैं। रामचंद्रन ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने चुनाव प्रक्रिया में कभी हस्तक्षेप नहीं किया, बल्कि ये कहा था कि निष्पक्षता का हर स्तर पर पूरा ध्यान रखा जाए।
रामचंद्रन ने बताया कि संगठन के चुनाव बड़ी प्रक्रिया के जरिए सम्पन्न हुए हैं। उन्होंने कहा कि 8 लाख 86 हजार 358 बूथ कमेटियां, 9418 ब्लॉक कमेटियां और 930 जिला कमेटियां बनी हैं। जब राहुल को अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया तो पार्टी मुख्यालय के बाहर दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने ढोल बजाकर और आतिशबाजी चलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि नया अध्याय शुरू होगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही नहीं पार्टी के करोड़ों समथर्कों के लिए राहुल गांधी का अध्यक्ष निर्वाचित होना सुखद समाचार है। माकन ने राहुल गांधी को सादगी और सौम्यता का प्रतीक बताया, और कहा कि वे संसद में और सड़क पर कमजोर वर्ग की आवाज उठाने में आगे रहे हैं।
चुनाव प्रक्रिया एक दिसम्बर को शुरू हुई थी और गांधी ने नामांकन भरने के आखिरी दिन चार दिसम्बर को अपने पच्रे भरे थे। उनकी ओर से नामांकन पत्रों के 89 सेट दाखिल किए गए थे। सभी जांच में सही पाए गए थे। उनके प्रस्तावकों में श्रीमती गांधी भी शामिल थीं और कुल प्रस्तावकों की संख्या 890 थी।
गांधी के नामांकन पत्र भरने के समय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार च्शदे,कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस सिद्धारमैया तथा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया उपस्थित थे। इस मौके पर पार्टी कोषाध्यक्ष मोतीलाल बोरा,महासचिव अशोक गहलोत समेत कई राज्यों के मौजूदा एवं पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद थे।