नीतीश ने की प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की वकालत
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण की वकालत की है। सोमवार को राजधानी पटना में उन्होंने कहा कि मेरी राय है कि निजी क्षेत्र में भी आरक्षण होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने इस पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस किए जाने की बात भी कही।
नीतीश कुमार ने कहा कि रिजर्वेशन एक्ट को ध्यान में रखकर आउटसोर्सिंग में रिजर्वेशन लागू करने का फैसला किया गया है। अगर किसी कमर्चारियों को सरकारी फंड से सैलरी दी जा रही है तो उसमें आरक्षण लागू करना एक्ट के मुताबिक है, इसमें गलत क्या है? मैं व्यक्तिगत तौर पर निजी क्षेत्र में भी आरक्षण लागू करने का पक्षधर हूं लेकिन अभी यह बहस का मुद्दा है और संसद से पास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जो लोग आरक्षण का विरोध कर रहे हैं उनके पास बुनियादी जानकारी नहीं है। ऐसे लोग बुनियादी चीजों को बगैर समझे ही बयानबाजी कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू-राजद के विवादों का जवाब देते हुए कहा कि लालू यादव मेरी समाधि राजगीर में बनवाने की बात कह रहे हैं, इससे घटिया बात और क्या हो सकती है। मैंने अपने 47 साल के राजनीतिक जीवन में कभी इतनी घटिया बात नहीं की और ना करूंगा। दरअसल, आदमी जब परेशान होता है, सत्ता से बंचित होता है तो ऐसी बात बोलता है। नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे तो खुशी है कि मेरी समाधि राजगीर में बने, राजगीर को तो पुण्य स्थली कहते हैं और मेरी समाधि यहां बने, इससे अच्छी बात क्या हो सकती है? नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसे लोगों के साथ गठबंधन तोड़कर मुझे खुशी हो रही है।
मुख्यमंत्री पटना में लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग सत्ता से दूर हो गए हैं उनकी नाराजगी अब साफ झलक रही है। लोग तमाम तरह की गंदी बातें, गंदी राजनीति कर रहे हैं। लोगों की जुबान खराब हो गई है। लोग ऐसे ही हैं, जो कहना है कहते रहें, हम बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और काम करते रहेंगे। मैंने कभी किसी के बारें में कुछ गलत नहीं कहा।
लालू प्रसाद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद तो डूबे ही हैं और साथ में पूरे परिवार को भी फंसा दिया है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अभी वो शराबबंदी का विरोध कर रहे थे तो फिर मानव श्रृंखला में शामिल क्यों हुए थे? सृजन स्कैम को हमलोगों ने प्रकाश में लाया, सीबीआई जांच कर रही हैं। कोई नहीं बचेगा।
हाल के दिनों पर सतापक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैं 1974 से राजनीति में हूं लेकिन मैंने कभी भी विरोधियों के बारे में गलत बयानाबाजी नहीं की और जो लोग कर रहे हैं उन्हें मुबारक हो। लोग सत्ता जाने से विचलित हो गए हैं और जुबान खराब हो गई है। मैंने अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं को कहा हूं कि मेरे बारे में किसी भी अपशब्द का वो जबाव नहीं दें।
सीएम नीतीश ने कहा कि जो लोग साथ में थे तो शराबबंदी की वकालत की और अब सत्ता से बाहर होते ही लोगों को शराबबंदी गलत लगने लगी। जो लोग शराबबंदी के लिए बनाई गई मानव श्रृंखला में मेरे साथ खड़े थे वो आ्ज शराबबंदी पर अनाप शनाप बोल रहे हैं। नीतीश ने कहा कि मुझे बचपन से राजगीर पसंद है और मैं राजगीर कुंड में नहाता था और राजगीर जाता था, यदि मेरी समाधि वहां बने तो यह मेरी खुशकिस्मती होगी। लोग विक्षिप्तावस्था में पहुंच गए हैं उन पर मैं उसी तरह की टिप्पणी नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे तो राजद की तरफ से मुझपर दबाब डाला जा रहा था, शराब माफिया और बालू माफिया को संरक्षण दिया जा रहा था। मैंने बहुत मुश्किलों को झेला है, लाॉ और आॅर्डर को संभालना मुश्किल हो गया था, इसीलिए मुझे गठबंधन तोड़ना पड़ा। नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोक हित के लिए सही हो हमने वही काम किया, चाहे वो जीएसटी का समर्थन हो या नोटबंदी का समर्थन हो। इस बात को लेकर भी तरह-तरह की बातें की गईं। अब तो यह भी कहा जा रहा है कि इनका राजनीतिक कैरियर खत्म हो जाएगा। तो ऐसे लोगों को तो अब मिठाई बंटवानी चाहिए कि मेरा कैरियर खत्म हो चुका है।एंगे जैसे गुजरात में अपना रहे हैं। साथ ही, कांग्रेस के प्रचार को और धार देंगे। राहुल पांवटा साहिब के बाद चंबा व नगरोटा बगवां में चुनाव प्रचार करेंगे।