सऊदी अरब में महिलाएं भी चलाएंगी गाड़ी, मिली अनुमति
रियाद। सऊदी अरब में महिलाओं को गाड़ी चलाने की अनुमति देने का अचानक किया गया फैसला महिलाओं के अधिकार में महत्वपूर्ण विस्तार होगा लेकिन अधिकार कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कहा कि समानता की मांग की लंबी सूची में यह महज पहला कदम है। दुनिया में सऊदी अरब एकमात्र ऐसा देश था जिसने महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध लगा रखा था। मंगलवार को आया शाही आदेश अगले ग्रीष्म से लागू होगा लेकिन महिलाओं द्वारा गाड़ी चलाने के अधिकार के लिए आंदोलन शुरू करने के तकरीबन तीन दशक बाद यह फैसला आया है।
हालिया समय में 2013 में सऊदी अरब के अधिकारों को लेकर काम करने वाले कार्यकर्ताओं द्वारा शुरू अभियान के दौरान कार चलाती हुई दजर्नों महिलाओं का वीडियो अपलोड किया गया था। कुछ वीडियो में दिखा कि महिला डाइवरों का परिवार और पुरुष सदस्य हौसला बढ़ा रहे हैं। इससे यह संकेत भी गया कि लोग बदलाव के लिए तैयार हैं। कई मुस्लिम देशों में महिलाओं को गाड़ी चलाने की आजादी है, वहीं सऊदी अरब में प्रतिबंध की काफी किरकिरी हो रही थी। इस्लामिक कानून या सऊदी यातायात नियमों में महिलाओं के वाहन चलाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन महिलाओं को लाइसेंस ही जारी नहीं किया जाता और अगर गाड़ी चलाने का प्रयास करती हैं तो उन्हें हिरासत में ले लिया जाता।
विश्व नेताओं ने सराहा : इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब में आधी आबादी को गाड़ी चलाने की अनुमति देने के फैसले की सराहना करते हुए इसे एक सकारात्मक कदम बताया। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने भी इस फैसले की सराहना करते हुए कहा कि दुनिया में महिलाओं का सशक्तिकरण राष्ट्र के आर्थिक विकास की कुंजी है। (एजेंसी)