पुलिस के हत्थे चढ़ा हनीप्रीत का ड्राइवर

नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद हनीप्रीत को पुलिस जी जान से तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है। यहां तक कि नेपाल बॉर्डर पर हनीप्रीत का पोस्टर भी चिपका देखा गया था। इसी बीच हरियाणा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हनीप्रीत के विश्वास पात्र ड्राइवर प्रदीप को राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। गुरमीत राम रहीम सिंह की सबसे खास रही हनीप्रीत को ढूंढने में भले ही हरियाणा पुलिस अब तक नाकाम रही हो लेकिन पुलिस ने हनीप्रीत के ड्राइवर प्रदीप को राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र से हिरासत में ले लिया है। पिछले कई दिनों से प्रदीप सालासर में छिपा हुआ था। प्रदीप की गिरफ्तारी की पुष्टि हरियाणा के डीजीपी ने भी की है। पुलिस को उम्मीद है कि प्रदीप से हनीप्रीत का कोई न कोई सुराग उनके हाथ लग सकता है। हनीप्रीत की तलाश में हरियाणा पुलिस कई प्रदेशों की खाक छान रही है। साथ ही नेपाल बॉर्डर से लगे इलाकों पर पुलिस की खास नजर है।
बताते चलें कि पुलिस हनीप्रीत तक पहुंचने के लिए डेरा सच्चा सौदा की मैनेजिंग कमेटी की चेयरपर्सन विपासना इंन्सा को जरिया बनाना चाहती है। रोहतक जेल में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम का जो भी राजदार रहा है, पुलिस की अब उस पर पैनी नजर है। गौरतलब है कि विपासना इन्सां और हनीप्रीत इन्सां के बीच छत्तीस का आंकड़ा माना जाता है। एक तरफ जहां हनीप्रीत ने खुद को गुरमीत राम रहीम की असली वारिस होने का ऐलान कर डाला था। वहीं गुरमीत के जेल जाने के बाद से विपासना कहती आ रही है कि हनीप्रीत का डेरा सच्चा सौदा से कोई लेना देना नहीं है और ना ही उसकी कोई हिस्सेदारी है।
इससे साफ है कि डेरे के मालिकाना हक को लेकर विवाद है। खुद विपासना भी नहीं चाहती कि हनीप्रीत का अब डेरे में कोई दखल हो। इसी खींचतान के बीच हनीप्रीत को ढूंढना पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। लुक आउट नोटिस जारी करने के बावजूद भी पुलिस हनीप्रीत का कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
सूत्रों के मुताबिक विपासना के फोन पर 25 अगस्त की रात को हनीप्रीत की एक कॉल आई थी। इसमें हनीप्रीत की लोकेशन राजस्थान के बाड़मेर में थी। हनीप्रीत को सार्वजनिक तौर आखिरी बार रोहतक में देखा गया था। वहां वो डेरे के एक अनुयायी के घर पर ही एक घंटे तक रुकी थी। उसकी कार आखिरी बार हिसार रोड पर जाती देखी गई थी। उसके बाद से ही हनीप्रीत की कोई भनक तक पुलिस को नहीं लग सकी है। पुलिस पर सरकार का दबाव है कि वो जल्दी से जल्दी देशद्रोह के मामले में वांछित हनीप्रीत और आदित्य इन्सां को पकड़ कर कोर्ट मे पेश करे। बहरहाल अब देखना है कि हनीप्रीत के गुम रहने की गुत्थी हरियाणा पुलिस कब तक सुलझा पाती है।