फर्रुखाबाद : बच्चों की मौत का मामला, योगी ने दिए जांच के आदेश
लखनऊ। फर्रुखाबाद में बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कदम उठाते हुए सोमवार को मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सीएमओ और डाक्टर पर रिपोर्ट दर्ज कर डीएम, सीएमओ और सीएमएस को हटाने का निर्देश दिया है। फर्रुखाबाद के डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कथित रुप से आक्सीजन की कमी से करीब 49 बच्चों की आसमयिक मौत की खबर आयी है। इस मामले के संज्ञान में आने पर सरकार हरकत में आयी और रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ ही जिलाधिकारी, सीएमओ और सीएमएस को तत्काल प्रभाव से हटा दिया।
इसके साथ ही पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के भी आदेश दिये गये हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि फर्रुखाबाद के नगर मजिस्ट्रेट जैनेन्द्र कुमार जैन ने सीएमओ, सीएमएस और डाक्टर्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 173, 188 और गैर इरादतन हत्या की धारा 304 के तहत कोतवाली नगर में रिपोर्ट दर्ज करायी है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।राज्य सरकार ने एक विज्ञप्ति जारी कर शिशुओं की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार कामिर्कों के विरुद्ध कठोर कारर्वाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से उच्चस्तरीय टीम भेजकर घटना की तयात्मक व तकनीकी छानबीन करायी जाएगी, ताकि बच्चों की मृत्यु की वस्तुस्थिति का पता चल सके। प्रवक्ता ने कहा कि घटना को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने फरूखाबाद के जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी और जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं।
मंगलवार से सामूहिक अवकाश पर हैं डॉक्टर : डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज होने पर उत्तर प्रदेश चिकित्सा सेवा संघ ने फैसला लिया है कि इस मुद्दे पर जिले के सभी डॉक्टर पांच और छह सितम्बर को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे और अगर केस वापस न लिया गया तो सात सितम्बर को सामूहिक त्यागपत्र देंगे।
क्या है मामला : 20 जुलाई से 21 अगस्त के बीच जिला महिला चिकित्सालय फर्रुखाबाद में प्रसव के लिए 461 महिलाएं भर्ती हुई और उन्होंने 468 बच्चों को जन्म दिया। इनमें 19 बच्चे स्टिलबॉर्न (पैदा होते ही मृत्यु हो जाना) थे। बाकी 449 में से जन्म के समय 66 क्रिटिकल बच्चों को न्यू बॉर्न केयर यूनिट में भर्ती कराया गया, जिनमें से 60 बच्चों की रिकवरी हुई, शेष 6 बच्चों को बचाया नहीं जा सका। इसके अलावा 145 बच्चे विभिन्न चिकित्सकों एवं अस्पतालों से जिला महिला अस्पताल, फर्रुखाबाद के लिए रेफर किए गए, जिनमें से 121 बच्चे इलाज से स्वस्थ हो गए। इस प्रकार 20 जुलाई से 21 अगस्त के बीच 49 नवजात शिशुओं की मौत हुई, जिसमें 19 स्टिलबॉर्न बच्चे भी हैं।