रास की तीन सीटों के लिए कल होगा मतदान
गांधीनगर (गुजरात)। पीएम नरेंंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में जबरदस्त राजनीतिक गहमागहमी के बीच सत्तारूढ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का बड़ा प्रश्न बन गई राज्यसभा की तीन सीटों के लिए कल मतदान होगा। मौजूदा विधानसभा में मरम्मत कार्य के कारण मतदान स्थल यहां सरकार के मुख्य प्रशासनिक परिसर स्वर्णिम संकुल दो में बनाया गया है। विधानसभा के सचिव तथा रिटर्निंग आॅफिसर डी एम पटेल ने यूनीवार्ता को बताया कि मतदान सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतगणना पांच बजे से होगी। इसके लिए सुरक्षा के कडे प्रबंध किये गये हैं। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद 182 सदस्यीय विधानसभा में अब कुल 176 विधायक और इतने ही मतदाता हैं। यह चुनाव ओपन बैलेट और वरीयता प्रणाली से होगा।
यह चुनाव भाजपा की स्मृति ईरानी (केंद्रीय मंत्री) तथा दिलीप पंडया और कांग्रेस के अहमद पटेल (सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव) के कायर्काल पूरा होने के कारण हो रहे हैं। चुनाव में भाजपा की ओर से इसके अध्यक्ष अमित शाह तथा ईरानी और कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आये बलवंतसिंह राजपूत तीन उम्मीदवार हैं जबकि कांग्रेस के एकमात्र उम्मीदवार के तौर पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं। जो जीतने पर पांचवी बार संसद के उच्च सदन के सदस्य बन सकते हैं। 27 और 28 जुलाई को कांग्रेस के 57 में से 6 विधायकों के इस्तीफे के बाद इनमें से तीन भाजपा में शामिल हो गये थे जिनमें से एक राजपूत भी हैं। इसके बाद ही कांग्रेस ने सत्तारूढ भाजपा पर हर तरह के दबाव के जरिए इसके विधायकों की खरादफरोख्त के प्रयास का आरोप लगाते हुए 44 विधायकों को बेंगलोर भेज दिया था।
हालांकि ये विधायक आज सुबह लौट आए हैं और उन्हें मध्य गुजरात के एक रिसार्ट में रखा गया है। वे वहीं से एक साथ वोट देने के लिए कल गांधीनगर आयेंगे। कांग्रेस ने उनकी सुरक्षा की मांग की है। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के एक बागी समेत 122, कांग्रेस के 51 (बागी शंकरसिंह वाघेला, जो भाजपा प्रत्याशी राजपूत के निकट रिश्तेदार हैं तथा उनके छह समथर्कों समेत) तथा राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। शाह और ईरानी की जीत लगभग पक्की है। राजपूत तथा पटेल के बीच मुकाबला है। पटेल ने जीत के लिए जरूरी 45 का आंकडा होने का दावा किया है।
राकांपा के दो विधायकों के शुरू में पटेल का समर्थन करने के दावे के बाद अब इसको लेकर अनिश्चितता की स्थिति है और ये भाजपा को भी समर्थन दे सकते हैं। गुजरात परिवर्तन पार्टी की टिकट पर चुने गये भाजपा (दल के विलय के चलते) के एक बागी नलिन कोटडिया के पटेल को समर्थन देने की संभावना है। चुनाव में नोटा यानी उपरोक्त में से कोई नहीं का विकल्प होने से भी परिरोचक हो गया है। कांग्रेस ने पहले ही केवल पटेल को वोट देने तथा नोटा अथवा दूसरी, तीसरी वरियता का उपयोग नहीं करने के बारे में व्हिप जारी कर रखा है जबकि भाजपा ने भी आज अपने विधायकों की बैठक के बाद उन्हें मतदान के दौरान मौजूद रहने और पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान के लिए व्हिप जारी किया है। शाह ने आज विधायकों के साथ एक बैठक भी की इसमें रणनीति तय की गई।