नहीं मांगा नीतीश ने तेजस्वी का इस्तीफा : लालू प्रसाद यादव

पटना। उधर राष्ट्रपति चुनाव का दौर खत्म हुआ इधर एक बार फिर सभी की नज़रें बिहार में महागठबंधन के भविष्य पर टिक गई हैं। बुधवार को पहले लालू ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई और फिर ऐलान कर दिया कि नीतीश ने तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा है और ना ही सफाई देने को कहा है। अब सबकी निगाहें शाम में जेडीयू विधायक दल की बैठक पर टिक गई है। पहले ये मीटिंग 28 जुलाई को होने वाली थी लेकिन नीतीश ने इसे दो दिन पहले ही बुला लिया है। अब सवाल ये है कि क्या नीतीश तेजस्वी के मामले पर कोई बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं?
आरजेडी के 80 विधायकों के साथ बैठक के बाद लालू यादव ने मीडिया से कहा कि नीतीश ने तेजस्वी का इस्तीफा नहीं मांगा है और ना ही सफाई मांगी है। लालू ने कहा- जहां भी उन्हें और तेजस्वी को अपनी बात रखनी होगी वहां रखेंगे। लालू ने कहा कि नीतीश महागठबंधन की सरकार के नेता हैं। आरजेडी सरकार के हर कदम का सक्रिय समर्थन करेगी। आरजेडी विधायकों की बैठक की अध्यक्षता राबड़ी देवी ने की। आरजेडी ने साफ कर दिया कि विधान मंडल में तेजस्वी रहेंगे।
विधायकों के साथ मीटिंग के बाद राबड़ी देवी ने कहा कि तेजस्वी यादव पर सारे आरोप झूठे हैं और वे इस्तीफा नहीं देंगे। राबड़ी देवी ने कहा कि बीजेपी हमें फंसाने की साजिश कर रही है। विधायकों के साथ बैठक के बाद लालू ने साफ कर दिया कि आरजेडी अपने स्टैंड पर कायम रहेगी। पिछली मीटिंग में आरजेडी ने तेजस्वी के इस्तीफे से साफ इंकार कर दिया था। पहले से कहा जा रहा था कि नीतीश राष्ट्रपति चुनाव के बाद कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। मंगलवार को दिल्ली से लौटने के बाद नीतीश ने बुधवार को ही बैठक बुला ली। पहले ये बैठक 28 जुलाई को होने वाली थी।
गौरतलब है कि 11 जुलाई को भी नीतीश के सरकारी आवास 1, अण्णे मार्ग पर जेडीयू के विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें इस बात को लेकर मांग उठी थी कि तेजस्वी यादव जिनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहे हैं, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। हालांकि, उस दौरान ऐसी मांग को लेकर जल्दबाजी न करते हुए नीतीश ने तेजस्वी को अपने ऊपर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों का जनता के बीच में जवाब देने के लिए कहा था। माना जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में तेजस्वी की तरफ से संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिलने की वजह से बुधवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में एक बार फिर से तेजस्वी के ऊपर कड़ी कारर्वाई की मांग उठ सकती है। इस बैठक में इस बात को लेकर मांग उठने की संभावना है कि तेजस्वी पर नीतीश कुमार कोई ठोस निर्णय लें और उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें।