मौन तोड़ना होगा नीतीश को : भाजपा
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उनके खिलाफ हुई है राजनीतिक साजिश
नई दिल्ली। लालू यादव के ठिकानों पर सीबीआई छापे के मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार इस मामले में मौनी बाबा बने हुए हैं और उन्हें अपना मौन तोड़ना होगा। वहीं भाजपा नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से मांग की है कि वो अपने कैबिनेट से तेजस्वी यादव को हटाएं। उधर लालू प्रसाद ने कहा है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। रांची कोर्ट से बाहर निकलने पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हुई है।
लालू प्रसाद ने कहा, ‘मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। सारा काम सिस्टम से हुआ है। सब कुछ एनडीए के दौर में हुआ। मैं रांची में हूं, मेरा परिवार पटना में और छापे चल रहे हैं। ये बीजेपी और आरएसएस की साजिश है। हम नरेंद्र मोदी को हटाकर ही दम लेंगे। देश की हालत बदतर है। कुछ भी गलत नहीं किया है। नियमों का पालन किया गया है। 1999 में आईआरसीटीसी का गठन हुआ। 2002 में काम शुरू हुई। 2003 में रेलवे ने होटल-यात्री निवास को आईआरसीटीसी को सौंपा। 2006 में आईआरसीटीसी ने ओपन टेंडर शुरू किया।
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘बहुत पुरानी कहावत है कि बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय। जब सुशील कुमार मोदी ने मिट्टी घोटाले से लेकर अन्य तमाम आरोप लगाए थे, तब नीतीश कुमार ने भी कहा था कि बीजेपी के लोग आरोप लगा रहे हैं, केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। अगर सच है तो सामने आए। अब सच सामने आ रहा है तो इसमें किसी को भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए और जो आरोप लगा रहे हैं कि राजनीतिक विद्वेष है, वह सरासर गलत है।
लालू यादव के ठिकानों पर पड़ रहे छापों पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने भी कहा है कि अब नीतीश कुमार को चुप्पी तोड़नी चाहिए और लालू के बेटे को मंत्रिमंडल से बाहर करना चाहिए। गौरतलब है कि रेलवे में कथित आईआरसीटीसी घोटाले को लेकर शुक्रवार सुबह से ही पटना, रांची सहित देश में लालू और उनके करीबियों के करीब 12 ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने इसे राजनीतिक बदले की कारर्वाई बताया है। दूसरी तरफ, चारा घोटाले के मामले में रांची की कोर्ट में पेशी के लिए जा रहे लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह सीबीआई की छापेमारी पर कोर्ट से निकलने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे। राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, ‘आज भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन है। हम इससे झुकेंगे नहीं। हम कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ते रहेंगे।’
वहीं, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा, ‘सीबीआई एक स्वतंत्र एजेंसी है और वह अपना काम कर रही। अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं उसमें काफी सच्चाई लग रही है। सीबीआई काफी पारदर्शी तरीके से काम कर रही है छापा पड़ा तो सब कुछ बता दिया कि कहां कहां छापा पड़ा क्या-क्या चीजें मिली है दस्तावेज पेश किए सबूत पेश किए। ऐसा नहीं कहा जा सकता कि सिर्फ आरोप के ऊपर कारर्वाई हो रही है। अब यह नीतीश बाबू को तय करना है कि वह साथ रहेंगे या नहीं। इतनी बड़ी बड़ी सच्चाई सामने आ रही है। अब देखना है वह सुशासन बाबू बने रहना चाहते हैं या नहीं। लालू जो आरोप लगा रहे हैं वह स्वाभाविक है अब उनके पास कहने को और क्या बचा है।’
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लालू पर हमला बोलते हुए कहा, ‘यह सच नहीं है क्या कि रेल मंत्री रहते आपने होटल दिया, किसी कंपनी ने जमीन नहीं दी क्या? किसका जांच हो रहा है और जांच से डर किस बात का? चारा घोटाला के समय क्या इखढ सरकार थी, क्या मोदी जी, अटल जी प्रधानमंत्री थे?’ लालू के इस जवाब पर कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है, गिरिराज सिंह ने कहा कि नही लेना-देना है तो जांच का सामना करने में उनको क्या परेशानी है्। आरोप लगा है तो सबका जवाब तो देना पड़ेगा, एफआईआर दर्ज हुआ है, उस पर कारर्वाई हो रही है।
नीतीश कुमार की चुप्पी पर गिरिराज सिंह ने कहा, ‘नीतीश कुमार मौनी बाबा की तरह हैं। मौनी बाबा को मौन तोड़ना पड़ेगा। अब नीतीश कुमार को बताना है देश के सामने कि नीतीश कुमार का कौन-सा चेहरा रहेगा, जो कहते थे भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस। तो क्या वह जीरो टॉलरेंस के साथ रहेंगे या भ्रष्टाचार के साथ रहेंगे। नीतीश कुमार कुशासन के साथ है या सुशासन के साथ हैं।’
गिरिराज सिंह ने कहा, ‘नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में डिप्टी सीएम पर एफआईआर दर्ज हुआ है। क्या उनको वह साथ रखेंगे, आरजेडी के मुखिया लालू प्रसाद के पूरे परिवार के ऊपर मामला दर्ज हुआ है, तो क्या वह गठबंधन जारी रखेंगे, सत्ता का सुख भोगेंगे? मौनी बाबा रहने से काम नहीं चलेगा।’