अब वक्त आ गया है कि कश्मीर में विद्रोह की जड़ तक पहुंचा जाए : सुब्रमण्यम स्वामी

नई दिल्ली। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए भड़काने की साजिश जल्द बेनकाब होगी। उन्होंने कहा, ‘अब वक्त आ गया है कि कश्मीर में विद्रोह की जड़ तक पहुंचा जाए, जो उकसाये जाने पर किया गया लगता है।’ बता दें कि हुर्रियत नेताओं पर पाकिस्तानी सोर्सेस से पैसे लेने का आरोप है। इस मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी कर रही है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पिछले दिनों भारत में आईएसआई के एजेंट गिरफ्तार हुए थे। इसके बाद सामने आया कि अलगाववादियों को पिछले कुछ महीनों से लगातार आईएसआइ फंडिंग कर रही है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, ‘ऐसा कहा जा सकता है कि ये सभी के लिए चौंकाने वाली बात है। अब हमें कश्मीर के विद्रोह और इसके पाकिस्तानी कनेक्शन की तह तक पहुंचना चाहिए। ये स्वाभाविक विद्रोह नहीं, बल्कि भड़काने का नतीजा लगता है।’
कश्मीर के अलगाववादी संगठन हुर्रियत के 4 नेताओं पर हिंसा फैलाने के लिए लश्कर-ए-तैयबा से पैसा लेने का आरोप लगा है। इन नेताओं में सैयद अली शाह गिलानी भी शामिल हैं। एजेंसी ने इनके खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया और प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी (पीई) शुरू कर दी। लश्कर पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन है। इसका चीफ हाफिज सईद है जो 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एनआईए के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि जिनके खिलाफ जांच शुरू की गई है, उनमें तहरीक-ए-हुर्रियत के सैयद अली शाह गिलानी, फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, नईम खान और गाजी जावेद बाबा शामिल है। एनआईए के मुताबिक, इन अलगाववादी नेताओं पर आरोप है कि इन्हें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने जैसी विध्वंसक गतिविधियों के लिए लश्कर चीफ हाफिज सईद से पैसा मिलता है। घाटी में सिक्युरिटी फोर्सेस पर पत्थर बरसाने के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और पाक खुफिया एजेंसी करक, दोनों से फंडिंग होती है।