‘आप’ 2015 में चुनावों के दौरान मिले दो करोड़ रुपये का हिसाब देने में नाकाम रही है : आयकर विभाग

नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी विवादों से जितना दूर भागने की कोशिश कर रही है, उतना ही उसमें फंसती जा रही है। अब नया मामला आयकर विभाग की ओर से सामने आया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी 2015 में चुनावों के दौरान मिले दो करोड़ रुपये का हिसाब देने में नाकाम रही है। पार्टी आयकर विभाग को यह नहीं बता पाई है कि यह दान कहां से आया। पिछले हफ्ते ही पार्टी को गृहमंत्रालय की ओर से विदेशों से मिले चंदे की जानकारी देने के लिए कहा गया है।
केंद्र के इस प्रकार के आदेश पर भी दिल्ली सरकार के सीएम 49 वर्षीय अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह पार्टी को बदनाम करने की साजिश है। हाल के दिल्ली में हुए एमसीडी चुनाव और इससे पहले पंजाब और गोवा के चुनाव में मिली हार के बाद अरविंद केजरीवाल को पार्टी में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सबसे पहले, कुमार विश्वास की तरफ से खबरें आई कि वह पार्टी से नाराज हैं। फिर उन्हें मना लिया गया। इसके बाद सात मंत्रियों में से एक कपिल मिश्रा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बर्खास्त कर दिया। अगले ही दिन मंत्री ने केजरीवाल पर सत्येंद्र जैन से अवैध रूप से दो करोड़ रुपये लेने का आरोप लगा दिया। अब कपिल मिश्र ने मामलों की शिकायत एसीबी और सीबीआई में दर्ज करा दी है।