जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने छेड़ा है बड़ा अभियान

नई दिल्ली। सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हाल के दिनों में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में तेजी से हुए इजाफे के बाद आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा है। जिले के करीब 20 गांवों को खाली करा लिया गया है और व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पिछले साल हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद शुरू हुए विरोध-प्रदशर्नों और सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर ऐंटी-टेरर आॅपरेशन लॉन्च किया गया है।
शोपियां में आतंकवादियों के खुलेआम घूमने का एक विडियो सामने आने के बाद सुरक्षा बलों ने इस ऐंटी-टेरर आॅपरेशन को लॉन्च किया है। गुरुवार सुबह लॉन्च हुए इस आॅपरेशन में सेना, अधर्सैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के करीब ढाई से तीन हजार जवान शामिल हैं।
इससे पहले दक्षिण शोपियां में बुधवार देर रात संदिग्ध आतंकियों ने कोर्ट कॉम्पलेक्स की सुरक्षा में तैनात पुलिसकमिर्यों पर हमला करके 5 सर्विस राइफलों को लूट लिया था। आतंकवादियों ने 4 इंसास राइफलों और एक एके 47 राइफल को भी लूट लिया। इसके अलावा बुधवार को ही पुलवामा में 2 घंटों के भीतर 2 बैंकों में डकैती हुई थी। पुलवामा के एसपी रईस मुहम्मद भाट ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि बैंक लूट की घटनाओं में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। उन्होंने कहा, ‘अभी तक हमने पदगमपुरा और खगपुरा के एक-एक आतंकियों की पहचान की है जो साबित करता है कि इन घटनाओं के पीछे लश्कर का हाथ है।’
एसपी ने आगे बताया, ‘यह साफ है कि इस तरह के आतंकी संगठन कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं। हमने यह भी देखा कि वे अब और ज्यादा आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम जांच को जारी रख रहे हैं।’ इससे पहले 1 मई को आतंकवादियों ने कुलगाम में कैश वैन लूट लिया था। उस वारदात में 5 पुलिसवालों और 2 बैंक कमर्चारियों की मौत हो गई थी। पुलिसवालों और बैंक कमर्चारियों को आतंकवादियों ने उनकी गाड़ियों से बाहर घसीटकर मार डाला था। आतंकियों ने पुलिसवालों के हथियार भी लूट लिए थे।