मोदी सरकार के तीन साल में तीन बार हो चुकी शहीदों के साथ बर्बरता : एके एंटनी

नई दिल्ली। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने भारतीय जवानों के साथ पाकिस्तानी सेना की बर्बर कारर्वाई के बाद केंद्र सरकार से मांग की है कि सेना को कारर्वाई के लिए खुली छूट दी जाए। एके एंटनी ने कहा, ‘मेरे कायर्काल में केवल एक बार ऐसी घटना हुई है, लेकिन इस सरकार के तीन साल के कायर्काल में ऐसी घटना तीन बार हो चुकी है। भारतीय सैनिकों के खिलाफ हुई बर्बर कारर्वाई का जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट देनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का मनोबल कमजोर पड़ चुका है, इसलिए सेना की गरिमा को बनाए रखने के लिए हरसंभव कोशशि की जानी चाहिए। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि वह मसले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, ‘ कश्मीर में जो कुछ हो रहा है और जिस तरीके से हमारे जवानों के साथ बेरहमी हुई है, सरकार को भी अपनी सख्ती दिखानी चाहिए। एक तरफ बातचीत की पहल हो दूसरी तरफ सख्ती भी होती रहनी चाहिए।। बॉर्डर की सुरक्षा जितनी जरूरी है, आंतरिक सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है, ऐसा नहीं हो सकता कि आप बॉर्डर पर सख्ती दिखाएं और देश के भीतर हिंदू और मुसलमान आपस में लड़ते रहें। जरूरी है कि देश के भीतर का माहौल भी सुरक्षित हो।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम ने सोमवार को भारतीय जवानों के शवों के साथ बर्बरता की। जिसके बाद भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तान पर जवाबी कारर्वाई की। पाकिस्तानी की ओर से की गई गोलीबारी में भारत के दो जवान शहीद हुए। करीब सुबह 8।30 बजे भारतीय जवानों की तीन टुकड़ियां पेट्रोलिंग पर निकली थी, इस दौरान एक टुकड़ी के तीन जवान फॉरवर्ड डिफेंस लाइन के करीब पहुंचे। जब जवान एलओसी के करीब 150 मीटर की दूरी पर ही थे, उसी समय पाकिस्तानी सेना ने उनपर रॉकेट लॉन्चर दाग दिये।
यह रॉकेट लॉन्चर आखिरी टुकड़ी को जाकर लगा। इसमें दो बीएसएफ जवान और एक सेना का जवान था। जवानों के घायल होने के बाद एक पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम वहां पर पत्थरों के पीछे छुपी थी। वह एक दम सामने आई और घायल जवान पर चाकू से वार किया। चाकू से लगातार जवान के शरीर पर हमला किया गया। इसके तुरंत बाद ही अन्य पेट्रोलिंग पाटिर्यों ने पाकिस्तानी बैट टीम पर हमला किया, लेकिन वह पत्थरों के पीछे छुप गये और वहां से भाग निकले।