भ्रष्टाचार, अराजकता और गुंडागर्दी से मुक्त होगा उत्तर प्रदेश : सीएम
योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोकसभा में सांसद के तौर पर अपनी आखिरी स्पीच दी
लखनऊ/नई दिल्ली। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लोकसभा में सांसद के तौर पर अपनी आखिरी स्पीच दी। उन्होंने कहा कि मैं पूरे सदन से इस बात को कहना चाहूंगा कि हमारी पार्टी और हमारे नेता ने हमें एक दायित्व दिया है। आप यूपी में आएं, आपका स्वागत होगा वहां। यूपी प्रधानमंत्रीजी के सपनों का प्रदेश होगा। भ्रष्टाचार मुक्त, अराजकता और गुंडागर्दी से मुक्त प्रदेश होगा। हम विकास का ऐसा मॉडल देंगे कि वहां के युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ेगा। माताओं-बहनों को सुरक्षा के लिए गुहार नहीं लगाने पड़ेगी।” इससे पहले उन्होंने मोदी, प्रणब मुखर्जी और अमित शाह समेत कई नेताओं से मुलाकात की।
जब मैं पहली बार चुनकर आया, उस समय गोरखपुर की स्थिति ऐसी थी कि उर्वरक मंत्री सुरजीत सिंह बरनाला के पास गया तो उन्होंने तीन बार पूछा कि क्या आप गोरखपुर से ही चुनकर आए हैं? मैंने कहा कि आप ऐसा क्यों पूछ रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं वहां एक बार वहां गया था सभा के लिए। लेकिन वहां बम चलने लगे। फिर मैं नहीं गया। मुझे दुख हुआ कि गोरखपुर के बारे में ऐसी धारणा है। पिछले 15 वर्ष में गोरखपुर के बारे में 1998 में जो बातें सुनने को मिलती थीं, लेकिन 15 साल में हमने किसी एक व्यापारी को गुंडा टैक्स नहीं देने दिया।
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सीएम बनने के बाद योगी पहली बार संसद पहुंचे। मोदी के साथ करीब एक घंटे तक बातचीत चली। इस दौरान योगी ने मंत्रियों को मंत्रालय दिए जाने पर चर्चा की। इसके अलावा राज्य की डेवलपमेंट स्कीम्स पर भी बातचीत हुई।
इसके बाद योगी होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह से मिले। दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक मुलाकात हुई। राजनाथ ने नए सीएम को हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया। बता दें कि राजनाथ भी यूपी के सीएम रहे हैं और फिलहाल लखनऊ की लोकसभा सीट से सांसद हैं।
फिर योगी फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से मिलने पहुंचे। इस मौके पर वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल और संतोष गंगवार भी मौजूद थे। खबर है कि चारों नेताओं के बीच किसानों की कर्ज माफी पर भी बात हुई। बता दें कि बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में छोटे किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था। मोदी ने इलेक्शन कैम्पेन के दौरान कई सभाओं में कहा था कि अगर बीजेपी की सरकार बनी तो पहली ही कैबिनेट मीटिंग में कर्ज माफी का फैसला लिया जाएगा।
योगी दोपहर करीब 2 बजे अमित शाह से भी मिले। ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर चर्चा हुई। उम्मीद की जा रही है कि इस पर फैसला बुधवार तक लिया जा सकता है।