नीतीश कुमार ने कहा, केंद्र सरकार को बताना चाहिए, नोटबंदी से कितना कालाधन आया

नई दिल्ली। नोटबंदी का समर्थन करते रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब राजग सरकार से इसका हिसाब मांगने का सिलसिला शुरू किया है। बेशक नीतीश ने नोटबंदी को गलत नहीं ठहराया, मगर केंद्र सरकार से कहा, उसे बताना चाहिए कि इस प्रक्रिया से कितना कालाधन वापस आया है।
नीतीश ने नोटबंदी के तात्कालिक समर्थन के अपने रुख को सही साबित करते हुए कहा कि कालेधन की वापसी, भ्रष्टाचार और जाली करेंसी को खत्म करने के मकसद को देखते हुए इस पर सवाल उठाना सही नहीं था। लेकिन, अब करीब तीन महीने बाद सरकार को बताना चाहिए कि कुल कितनी रकम नोटबंदी में जमा हुई और इसमें कितना कालाधन था। उन्होंने कहा कि अकेले नोटबंदी से कालाधन नहीं रुकेगा बल्कि बेनामी संपत्ति पर प्रहार जरूरी है जिस पर सरकार चुप हो गई है। नोटबंदी पर बहस को कैशलेस में तब्दील करने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि इससे जाहिर है कि इसको लेकर सब कुछ ठीक नहीं है।
नीतीश ने मनमोहन सिंह की इस बात का समर्थन किया कि नोटबंदी के फैसले में भारी कुप्रबंधन रहा। वहीं पी. चिदंबरम ने कहा कि उनका साफ मानना है कि नोटबंदी एक गलत फैसला था और पूर्व रिजर्व बैंक गर्वनर रघुराम राजन ने भी सरकार को ऐसा न करने की सलाह दी थी।