पंजाब में टिकट बंटवारे से ‘नाखुश’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांपला, अपनी बात से मुकरे
नई दिल्ली। टिकट बंटवारे से नाराज बताए जा रहे पंजाब बीजेपी अध्यक्ष विजय सांपला मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे। इससे पहले, उन्होंने केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ सीट्स पर अपने लोगों को टिकट न दिए जाने से सांपला नाराज थे और उन्होंने इस्तीफे की पेशकश कर डाली। हालांकि, मीडिया से बातचीत में उन्होंने नाराजगी की बात खारिज कर दी। उन्होंने कहा, ‘पार्टी की सहमति से उम्मीदवार चुने जाते हैं। मैं पार्टी की सहमति से मिशन पर हूं। जब तक हम चुनाव में हैं, हमें मिशन के लिए पचासों बार चुनाव में आना होगा। मैं अपने मिशन में कितना कामयाब हूं, यह आपको जल्द पता चल जाएगा।’
सूत्र बता रहे हैं कि सांपला फगवाड़ा से सोम प्रकाश को टिकट दिए जाने से खुश नहीं हैं, वह वहां से अपनी पसंद का प्रत्याशी चाहते थे। सांपला ने कहा कि अगर पार्टी आलाकमान अपना फैसला नहीं बदलता है तो वह प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री पद दोनों से इस्तीफा देने को तैयार हैं। वैसे बीजेपी ने पंजाब सरकार में अपने दो मंत्रियों मदनमोहन मित्तल और चुन्नी लाल भगत को भी टिकट नहीं दिया है। हालांकि इसकी वजह 75 प्लस का फॉर्म्युला बताया गया है। यह जरूर है कि इनमें से एक मंत्री के बेटे को टिकट दे दिया गया है। पार्टी नेताओं को कहना है कि पिछली चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इशारा किया था कि 75 साल के फॉर्म्युले का पालन होना चाहिए।
पंजाब में 4 फरवरी को मतदान होना है। पंजाब चुनाव के लिए छह और नामों की घोषणा के साथ ही बीजेपी ने अपने सभी 23 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने 12 जनवरी को अपने 17 उम्मीदवारों का ऐलान किया था। पंजाब में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 18 जनवरी है। बता दें कि पंजाब में अकाली दल-बीजेपी गठबंधन को इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है।
कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल जिन लोगों को सोमवार को बीजेपी ने टिकट दिया, उनमें से ज्यादातर सीटों पर बीजेपी काडर के लोग बाहरी लोगों को टिकट मिलने से नाराज हैं। टिहरी की नरेन्द्रनगर सीट पर कांग्रेस से आए सुबोध उनियाल को टिकट मिलने पर बीजेपी से पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने विद्रोही उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हरिद्वार की रुड़की सीट पर भी टिकट न मिलने से नाराज बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेश चन्द्र जैन ने विद्रोह कर दिया। उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं हैं। पार्टी ने राज्य की 64 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। छह और सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने हैं।
इसके पहले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण को लेकर कुछ बीजेपी नेताओं में नाराजगी देखने को मिली थी। स्पीकर अनंत सेठ और मंत्री रमेश तावाड़कर ने टिकट न मिलने से नाराज हो कर बागी रुख अपना लिया था। दोनों ने निदर्लीय के रूप में चुनाव लड़ने की बात कही थी।