दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर का प्रकोप जारी, हाड़ कंपाती ठंड से लोग हाल-बेहाल

नई दिल्ली। पहाड़ी राज्यों में बारिश के बाद बफर्बारी ने दिल्ली-एनसीआर के साथ पूरे उत्तर भारत को शीत लहर की चपेट में ले लिया है। दिल्ली में बुधवार को सबसे ठंडा दिन रहा। ठंड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में बुधवार सुबह तापमान 4 डिग्री तक गिर गया, जो पांच साल का रिकॉर्ड है।
जबरदस्त ठंड का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी है। आज सुबह हांड़ कंपकंपा देने वाली ठंड हो रही है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा है।
वहीं, उत्तर भारत में कोहरे व ठंड का असर, रेल व हवाई यातायात पर भी पड़ा है। रेलवे के अनुसार खराब मौसम की वजह से 26 ट्रेनें कई घंटों की देरी से चल रही है। आठ ट्रेनों के समय में भी परिवर्तन किया गया, जबकि सात ट्रेनों को रद कर दिया गया है। वहीं, भारतीय मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि बारिश होने की कोई संभावना नहीं है और 13 जनवरी (शुक्रवार) के बाद से शीतलहर का असर कम होगा।
इससे पहले बुधवार को पहाड़ी इलाकों में हो रही जबरदस्त बफर्बारी के चलते दिल्ली में पूरे दिन गलन रही। पूरे दिन खिली धूप भी ठिठुरन कम करने में बेबस रही। न्यूनतम तापमान और नीचे गिरकर 4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। आंकड़ों के हिसाब से 11 जनवरी इस सीजन का सबसे सर्द दिन रहा।
जाफरपुर और लोधी रोड पर तापमान और भी कम था। दोनों जगहों पर यह क्रमश: 2.1 और 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को सुबह से ही वातावरण मे ठिठुरन बढ़ गई थी। हालांकि, सुबह से ही धूप खिल गई थी, लेकिन ठिठुरन कम नहीं हुई।
अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम यानी 17.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम यानी 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नमी का स्तर अधिकतम 100 और न्यूनतम 54 फीसद दर्ज किया गया। हालांकि, सुबह में कोहरा अधिक नहीं होने के कारण दृश्यता का स्तर 1200 मीटर तक रहा। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, उड़ानें भी सामान्य रहीं। कोहरे का कहर नहीं होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर भी अपेक्षाकृत बेहतर रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, पहाड़ी इलाकों में बफर्बारी के साथ-साथ बुधवार से एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसी वजह से शीतलहर जैसी स्थिति बन गई है। बृहस्पतिवार को भी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री ही रहने की संभावना है। शुक्रवार को यह 3 डिग्री तक गिर सकता है। शनिवार और रविवार को फिर से बारिश होने की भी संभावना है। इमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में इस सीजन में पहली बार अच्छी और भारी बफर्बारी हुई। साथ ही हवा की दिशा भी बदलाव हुआ है।