भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक से पहले अमित शाह ने की मीटिंग, विपक्ष पर बोला हमला
नई दिल्ली। पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बजने के बाद शुक्रवार को बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक से पहले बीजेपी के पदाधिकारियों और स्टेट प्रेसिडेंट्स की मीटिंग दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुई। इस बैठक की अध्यक्षता बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने की। अमित शाह ने इस बैठक की शुरुआत प्रदेश अध्यक्षों को संबोधित करके की। इस बैठक का केंद्र बिंदु पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति तय करना रहेगा।
बीजेपी की राष्ट्रीय कायर्कारिणी के बैठक से पहले हुई पदाधिकारियों की बैठक में शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कारर्वाई पर कई विपक्षी दल बाधा डाल रहे हैं। संसद की कायर्वाही नहीं चलने दी जा रही है। इतना ही नहीं अमित शाह ने विपक्ष के इस रवैये को अलोकतांत्रिक करार दिया है। अमित शाह ने निकाय चुनाव की सफलता को केंद्र सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर बताया। उन्होंने नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक को केंद्र सरकार के दो प्रमुख फैसले बताया।
अमित शाह ने कहा कि दुनियाभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की चर्चा हो रही है। संवैधानिक संस्थाओं और पार्टी दफ्तरों पर हमला वैचारिक रूप से लड़ पाने अक्षम लोगों की बौखलाहट बताया। आपको बता दें कि बीजेपी नोटबंदी को काले धन के खिलाफ युद्ध बताकर इसके चुनाव में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का मन बना चुकी है। इतना ही नहीं पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक को भी चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी भुनाने की तैयारी कर रही है।
दो दिन की बैठक में चुनाव में एजेंडे पर पार्टी का पूरा फोकस रहने वाला है, बीजेपी के लिए वैसे तो पांचों राज्यों के चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन उत्तर प्रदेश का चुनाव 2019 के लोकसभा चुनावों की दृष्टि से खासा महत्व रखता है इसलिए पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए अपनी रणनीति तय करेगी।
राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में पदाधिकारियों और स्टेट प्रेसिडेंट्स की मीटिंग हुई। जिसमें राष्ट्रीय कायर्कारिणी के एजेंडे को अंतिम रूप देने पर चर्चा हुई। इस बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित करेंगे जिसके बाद शाम को राष्ट्रीय कायर्कारिणी की बैठक शुरू होगी, जहां अमित शाह बैठक को संबोधित करेंगे। अमित शाह अपने भाषण में काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम की सराहना करते हुए विपक्षी पाटिर्यों के इस मामले में रवैये की आलोचना कर सकते हैं, साथ ही वह अपने भाषण में सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राष्ट्रीय कायर्कारिणी के आखिरी दिन यानी 7 जनवरी को अपने भाषण में काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर उठाए गए नोटबंदी के फैसले पर अपनी बात रख सकते हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा की गई जनहित के कार्यों की घोषणाओं की चर्चा भी कर सकते हैं, मोदी इस बात पर बल दे सकते हैं कि सभी को अपने अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों के बीच इन जनहित कार्यों के बारे में लोगों को बताना चाहिए।